जशपुर : स्वयंसेवा से स्वयंसिद्ध कार्यशाला का हुआ आयोजन, स्वयंसेवा को सशक्त बनाने महत्वपूर्ण पहलुओं पर किया गया चर्चा

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समदर्शी न्यूज़, जशपुर : जिला प्रशासन जशपुर, यूनिसेफ और एग्रिकॉन्स फाउंडेशन के तत्वाधान में जय हो जशपुर कार्यक्रम के तहत विगत दिवस शासकीय राम भजन राय एन. ई. एस. सनातकोत्तर महविद्याल जशपुर में स्वयंसेवा से स्वयंसिद्ध कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में गुजरात से प्रशिक्षक प्रो. दीपक तेरैया शामिल हुए। जिन्होंने सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के लिए 1700 से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संचालित किया है।  कार्यशाला में मुख्य अतिथि यूनिसेफ एस. बी. सी. विशेषज्ञ श्री अभिषेक सिंह, युनिसेफ़ राज्य सलाहकार श्री राहिल सूबेदार, प्राचार्य डॉ.पी. के. रक्षित उपस्थित रहे, नेहरू  युवा केन्द्र, एन. एस. एस., भारत स्काउड गाइड्स के स्वयं सेवक व अन्य कुल 100 युवाओ ने भाग लिया| 

एक-दिवसीय कार्यशाला में स्वयंसेवा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित था। प्रो. तेरैया ने उपस्थित सभी युवाओ को “सीखें, जीवें और नेतृत्व” के सिद्धांतों के माध्यम से एक उत्साही और प्रेरित स्वयंसेवक बनने की राह दिखाई। कार्यशाला ने उनके समुदायों में विभिन्न सामाजिक मुद्दों को उठाने और सुलझाने के लिए अवसर प्रदान किया।

कार्यशाला का संचालन यूनिसेफ जिला समन्वयक अनिल बघेल, तेजराम सारथी व वरिष्ट स्वयं सेवक शालिनी गुप्ता, सूर्यकांत चंद्रा, तेजल, सचिन, कुलदीप, प्रतिक सहित अन्य लोग मौजूद थे।कार्यशाला के बाद, एक उत्साही स्वयंसेवक ने कहा, स्वयं की पहचान हुई, बहुत कुछ सिखने को मिली, समस्या को समझाने और उसका निराकरण करने की ताकत मिली और निर्णय लेना सीखे।

“स्वयंसेवा से स्वयंसिद्ध” कार्यशाला स्वयंसेवा और समुदाय सेवा की भावना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान करती है। स्वयंसेवक अपने समुदायों में नई जानकारी और प्रेरणा से लौटते हैं, इस कार्यशाला से समाज की सुधार में सामर्थ्यपूर्ण योगदान करने की उम्मीद की जा रही है।

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