पीवीटीजी के लिए वरदान साबित हो रही पीएम जनमन योजना, जशपुर जिले के पहाड़ी कोरवा, बिरहोर लोगों की संवर रही है जिन्दगी

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समदर्शी न्यूज़, जशपुर : जिले के विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए संचालित पीएम जनमन योजना अब इनके लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना को शुरू हुए बस कुछ समय ही हुआ है लेकिन इसका वृहद सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है । जिन समुदाय के लोगों को कल तक जिन योजनाओं की जानकारी नहीं थी आज न सिर्फ उन्हें इन योजनाओं की जा हो रही है बल्कि योजनाओं से लाभन्वित भी हो रहे है। इन जनजाति समूह के लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने अधिकारी स्वयं इनके घर पहुंच रहे हैं और वंचितों को शत-प्रतिशत योजनाओं से लाभान्वित किया जा है। चाहे बात करे आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड,  जन्म या जाति प्रमाण पत्र की यह सब शिविर के माध्यम से त्वरित बनाया जा रहा है । साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाएं प्रथमिकता के साथ मुहैया कराई जा रही है। जिसमें  पक्का मकान, नल जल, बिजली कनेक्शन, शौचालय, निःशुल्क राशन, बैंक खाता सहित  अन्य सुविधाएं शामिल हैं। हर दिन अलग-अलग पहाड़ी कोरवा, बिरहोर बस्ती में अधिकारी पहुँच रहे हैं और वहां निवासरत लोगों से  सवांद कर उनकी समस्याओं व आवश्यकता से अवगत हो रहे हैं । इसके अलवा उनके ही समुदाय के बनाये गए  जनमन संगी भी घर-घर पहुंचकर विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग हेतु संचालित योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दे रहे हैं । ग्रामों में आयोजित  शिविर में आयुष्मान, आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र बनाया गया। इसके आलावा स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से  सिकलसेल, एनसीडी जांच की गई ।  पीएम जनमन योजना में  सभी  जरूरी सुविधाएं शामिल हैं। इसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री जनमन योजना अंतर्गत जिले के पीवीटीजी ग्रामों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सड़क, मोबाईल मेडिकल यूनिट, छात्रावास निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषण, वनधन केंद्र की स्थापना, इंटरनेट एवं मोबाईल सर्विस की उपलब्धता तथा आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास सहित कुल 11 महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं। शत-प्रतिशत लोगों का आधारकार्ड एवं आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ वंचित हितग्राहियों को पात्रतानुसार पीएम आवास, वन अधिकार पट्टा सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का कार्य किया जा रहा  है। या यूं कहे के कि  अंतिम छोर पर मौजूद अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के अंत्योदय के विजन की दिशा में प्रधानमंत्री के प्रयासों के अनुरूप विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए काम किया जा रहा है।

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