सरस्वती शिशु मंदिर उ.मा.विद्यालय पत्थलगांव में आयोजित प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जा रहे “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम में शामिल हुई विधायक गोमती साय

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समदर्शी न्यूज़, कुनकुरी : परीक्षाओं को मनोरंजक और तनाव मुक्त बनाने के लिए देश के मुखिया यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अनूठी पहल “परीक्षा पर चर्चा” शुरू किया गया है जिसके माध्यम से मोदी जी परिक्षा के तनाव के माहौल को दूर करने के लिए सामूहिक रूप से रणनीति बनाने के लिए एग्जाम वैरियर्स की सबसे सबसे यादगार सभा परिक्षा पर चर्चा कर देश के लाखो परिक्षार्थियो से वर्चुअली संवाद स्थापित कर छात्रों शिक्षकों और अभिभावकों के साथ संवाद स्थापित किया।

आज के परिक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन पत्थलगांव सरस्वती शिशु मंदिर उ. मा.विद्यालय मे किया गया जहां स्कूल प्रबधन के सभी स्टॉफ के साथ स्कूल के सभी विद्यार्थियों के साथ भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता गण सम्मलित हुए और विधायक महोदया जी के साथ स्कूल प्राचार्य व स्कूल समिति के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ माता सरस्वती और भारत माता की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की परिक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को बढ़ी स्क्रीन के माध्यम से सुने।आज के कार्यक्रम मे देश के अलग अलग जगहों से बहुत से विधार्थी और शिक्षकों ने अपने सवाल रखे जिसका बहुत ही सरलता से माननीय प्रधानमंत्री जी ने जवाब दिए आज के कार्यक्रम के माध्यम से विधार्थियो शिक्षकों और अभिभावकों को परिक्षा के दिनों मे होने वाली तनाव व समस्याओं का समाधान मिले ।आज परिक्षा पर चर्चा कार्यक्रम मे “प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर धान का कटोरा नाम से प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ के पी एम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय कांकेर के छात्र शेख तैफुर रहमान ने” प्रधानमंत्री जी से सवाल रखा परिक्षा के दौरान अधिकांस छात्र घबराहट में बड़ी गलतियां जैसे प्रश्न पत्रों को सही से और पूरा ना पढ़ना इन गलतियों से कैसे बचें? जिसका जवाब में मोदी जी ने कहा परिक्षा के दौरान बच्चे ही नही अभिभावक भी बड़ी गलतियां कर जाते है माता पिता अतिउत्साह में अतिशय में पढ़ जाते है परीक्षा के दौरान अभिभावक बच्चों को जबरन कुछ ना खियाए पिलाए जैसे वो बाकी के दिनों में रहते हैं वैसे रहने दे ज्यादा दबाव ना बनाए जितनी उनकी क्षमता है उतना ही दबाव दे बच्चो में तुलना ना करें तुलना से बच्चो में द्वेष भाव उत्पन्न होता है । और विधार्थियो को भी बेवहज दबाव नही लेना चाहिए परिक्षा का दबाव धीरे धीरे कम करने की कोशिश करनी चाहिए । दोस्तों से प्रतिस्पर्धा नही रखना चाहिए मन मे ईर्ष्या का भाव नही होना चाहिए प्रतिभावान दोस्त ढूढना चाहिए और एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए स्पर्धा खुद से होनी चाहिए दूसरो नही दोस्तो से प्रेरणा लेनी चाहिए । आज के चर्चा कार्यक्रम में मोदी जी ने ना केवल छात्रों को बल्कि अभिभावक और शिक्षकों को परीक्षा के तनाव से मुक्त होने के बहुत से उपाय बताए छात्रों के जीवन में शिक्षकों दोस्तो और अभिभावकों की महत्व को रेखांकित किए शिक्षकों को छात्रों के साथ परिक्षा तक का नाता नहीं अपितु सदैव का नाता होना चाहिए जिससे तनाव जैसी समस्या उत्पन्न होगी ही नहीं।मोदी जी ने लेखन की आदत डालने पर देते हुए बताए आज फोन टेबलेट कंप्यूटर के जमाने मे आज के बच्चो में लेखन शैली छूट रहा है इसलिए चाहिए बच्चो को पढ़ाई के साथ साथ 50%समय किसी भी विषय पर लिखना चाहिए और उसको दो तीन बार पढ़ना चाहिए जिससे लिखने का अभ्यास होगा और परिक्षा के समय तनाव भी कम होगा और पढ़ाई के साथ स्वस्थ शरीर के साथ स्वस्थ मन और एकाग्रता के किए व्यायाम भी करने की सलाह दिए और जो भी विषय पढ़ने के लिए चुने जी जान लगा दे तैरना सीख गए तो पानी से नही डरोगे,तैरना आता है तो जरूर पार पा जाओगे।

कार्यक्रम के अंत में विधायक महोदया ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अनूठी पहल के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि विधार्थियो के लिए परिक्षा पर चर्चा बहुत ही मार्गदर्शक सिद्ध होगा मोदी जी के ऊर्जावान और प्रेरणादायक शब्दों से सभी विधार्थियो शिक्षकों और अभिभावकों का मनोबल बढ़ेगा और विधार्थियो में अच्छे परिणाम मिलेगा। विधायक महोदया गोमती साय जी ने सभी का सहृदय आभार व्यक्त करते हुए उपस्थित सभी विधार्थियो को आगामी परिक्षा के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करी।

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