यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के अंतर्गत अशासकीय स्कूलों के प्राचार्यों की एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न : मिशन 100 प्रतिशत् उत्तीर्ण का लक्ष्य

यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के अंतर्गत अशासकीय स्कूलों के प्राचार्यों की एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न : मिशन 100 प्रतिशत् उत्तीर्ण का लक्ष्य

February 20, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, जशपुर : कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में जिले में शैक्षणिक गुणवत्ता उन्नयन के लिए चलाये जा रहे यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत् आज जिले के सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त हाई-हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों की एक दिवसीय कार्यशाला स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय जशपुर के सभागार में आयोजित हुई। इस कार्यशाला में मिशन शत् प्रतिशत् उत्तीर्ण लक्ष्य विषय पर यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद कुमार गुप्ता के द्वारा महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। उन्होंने बताया कि गत वर्ष जिले के 10 वीं व 12 वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम लगभग 94 प्रतिशत् रहा था। जिसमें और वृध्दि कर इस वर्ष शत् प्रतिशत् परीक्षा परिणाम प्राप्त करने हेतु विशेष रणनीति तैयार की गई है। इस रणनीति का क्रियान्वयन जिले के सभी शासकीय विद्यालयों के साथ ही सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त विद्यालयों में भी किया जाना है। तभी हम शत् प्रतिशत् उत्तीर्ण का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए सभी विद्यालयों में कम अच्छे ऐसे बच्चे जो प्री बोर्ड में अनुतीर्ण हो गये हैं। उन पर फोकस करते हुए उन्हें 26 फरवरी तक प्रतिदिन विद्यालय में उपस्थित करा कर बोर्ड परीक्षा के ब्लू प्रिंट के आधार पर एक, दो और तीन अंकों के सीमित संख्या में महत्वपूर्ण प्रश्नों का लिख-लिख कर अभ्यास कराया जाना शामिल है। प्रत्येक विद्यार्थी की विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु उनके लिए एक शिक्षक को प्रभारी बनाने के लिए कहा गया।

इसके साथ ही 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा के प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने के संबंध में भी आवश्यक तैयारी के लिए मार्गदर्शन किया गया और बताया गया कि ऐसे चिन्हांकित विद्यार्थी जो प्री बोर्ड परीक्षा में 90-95 प्रतिशत् अंक प्राप्त किये हैं उन्हें उनकी तिमाही-छमाही तथा प्री बोर्ड परीक्षा के विषयवार उत्तर पुस्तिका का बारीकी से मूल्यांकन कर, ऐसे विद्यार्थियों के द्वारा उक्त परीक्षाओं में की गई गलतियों को रेखांकित करना है तथा उन गलतियों में सुधार करने का तरीका विस्तार से बताया गया। ऐसा करने से वार्षिक परीक्षा में ये विद्यार्थी सटीक उत्तर लिख कर पूरे अंक प्राप्त कर सकेंगे और प्रावीण्य सूची में अपना स्थान बना सकेंगे।

कार्यशाला में सहायक संचालक श्रीमती सरोज खलखो ने भी सभी उपस्थित प्राचार्यो को शत् प्रतिशत परीक्षा परिणाम के लिए अपना सर्वश्रेष्ट योगदान देने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला में जिले के आठो विकासखण्डों से आये सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त हाई-हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित रहे।