राजनांदगांव में दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए बने सीआरसी सेंटर का लोकार्पण, 32 करोड़ रूपए की लागत से समेकित क्षेत्रीय केन्द्र के नए भवन का हुआ निर्माण

Advertisements
Advertisements

सांसद ने दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केन्द्र के नये भवन का किया उद्घाटन

सीआरसी केन्द्र में दिव्यांगजनों को सभी प्रकार का मिलेगा प्रशिक्षण

सांसद ने हितग्राहियों को सहायक उपकरण हियरिंग एड, टीएलएम किट, गतिशीलता उपकरण, व्हील चेयर सहित अन्य उपकरण किया वितरण

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार डॉ. वीरेन्द्र कुमार, सामाजिक न्याय और अधिकारिता केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री ए. नारायणस्वामी एवं विधानसभा अध्यक्ष छत्तीसगढ़ शासन डॉ. रमन सिंह की वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से उपस्थिति में सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने 32 करोड़ रूपए की लागत से राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम ठाकुरटोला में नवनिर्मित दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केन्द्र (सीआरसी) के नये भवन का उद्घाटन किया।

सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कहा कि राजनांदगांव जिले के लिए ऐतिहासिक क्षण है। यहां दिव्यांगजनों के लिए समेकित क्षेत्रीय केन्द्र भवन का निर्माण किया गया है। यहां दिव्यांगजनों के लिए सभी प्रकार के यंत्र, प्रशिक्षण, पालकों को प्रशिक्षण और सभी प्रकार की व्यवस्था इस अत्याधुनिक भवन में व्यवस्थित रूप से की जाएगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का इस भवन निर्माण के लिए लगातार प्रयास रहा है। आज राजनांदगांव जिले को नये भवन की सौगात मिली है। जिसमें केवल राजनांदगांव ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लोगों को लाभ प्राप्त होगा। यहां दिव्यांगजनों को सभी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को विकसित भारत बनाने के लिए तथा विश्व में अग्रणी देश बनाने के लिए जो संकल्प लिया है। हम सब उसमें सहभागी और सहयोगी बनेंगे। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास हम सब भागीदारी बनेंगे। उन्होंने सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार डॉ. वीरेन्द्र कुमार को नये भवन के लिए आभार व्यक्त किया। इस दौरान सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने हितग्राहियों को सहायक उपकरण हियरिंग एड, टीएलएम किट, गतिशीलता उपकरण, व्हील चेयर सहित अन्य उपकरण प्रदान किया गया। सांसद श्री पाण्डेय ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं एवं शुभेक्षा दी।

          उल्लेखनीय है कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव (सीआरसी) की स्थापना 25 जून 2016 को की गई थी। यह राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीआईडी) सिकंदराबाद के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य कर रहा है। समेकित क्षेत्रीय केंद्र दिव्यांगजनों के अधिकार अधिनियम 2016 में उल्लेखित सभी 21 प्रकार के दिव्यांगजनों को पुनर्वास और विशेष शिक्षा सेवाएं प्रदान करता है और बहुत से गतिविधियों का संचालन करके शैक्षणिक सेवाएं भी प्रदान करता है। जिसमें अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, अभिभावक प्रशिक्षण कार्यक्रम, जागरूकता कार्यक्रम और विशेष शिक्षा बौद्धिक दिव्यांगता में एक दीर्घकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित है। समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव वर्तमान में दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है। जिसमें प्रारंभिक पहचान और हस्तक्षेप, व्यावसायिक चिकित्सा, फिजियोथेरेपी, शारीरिक चिकित्सा और पुनर्वास, मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप, प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थाेटिक्स, वाक्य, भाषा और श्रवण जांच, विशेष शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामाजिक कार्य, प्लेसमेंट, दूरस्थ सेवाएं, मानव संसाधन विकास, अनुसंधान एवं विकास, किरण मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन (एमएचआरएच) छत्तीसगढ़ राज्य के लिए सीआरसी राजनांदगांव द्वारा संचालित की जाती है। इसके अलावा बौद्धिक दिव्यांजनों को शारीरिक दिव्यांगता के अनुरूप सहायक उपकरण कृत्रिम अंग, बैसाखी, व्हील चेयर आदि और शिक्षण एवं शिक्षण सामग्री (टीएलएम) किट सहित सहायक उपकरणों का नियमित  वितरण एडीआईपी योजना के तहत निःशुल्क किया जाता हैं। श्रवण बाधित व्यक्तियों के लिए कान के पीछे में लगने वाला श्रवण यंत्र प्रदान किया जाता है।

नये भवन की मुख्य विशेषताएं-

          छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव का नया भवन ग्राम पंचायत ठाकुरटोला में 32 करोड़ रूपए की लागत से 4151.38 वर्ग मीटर भूमि में निर्मित किया गया है। यह भवन 2 मंजिलों में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ बनाई गई है। भवन को सभी प्रकार के दिव्यांगजनों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी सार्वभौमिक सुलभ सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है। हाथ की रेलिंग के साथ रैंप और सीढिय़ां, ब्रेल साइनेज बोर्ड, पीले रंग के स्पर्शनीय नालीदार टाइल वाले फर्श। गलियारे की चौड़ाई सामान्य से अधिक रखी गई है और दोगुनी ऊंचाई की रेलिंग लगाई गई है, ताकि बौने दिव्यांगजनों के साथ-साथ विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए भी स्वतंत्र रूप से चलना सुविधाजनक हो। दिव्यांगजनों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए सुलभ शौचालयों को कम ऊंचाई और आसान लॉकिंग सिस्टम के साथ तय किया गया है। मुख्य प्रवेश द्वार के पास दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुलभ पार्किंग सुनिश्चित की गई है। इस सेवाओं के लिए सीआरसी राजनांदगांव में आने वाले दिव्यांग व्यक्तियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए इस भवन में हरियाली वाले लॉन और उद्यान हैं। भवन परिसर में सौर प्रणाली और वर्षा जल संचयन प्रणाली का प्रस्ताव है। इमारत आधुनिक अग्नि सुरक्षा सेंसर और अग्नि सुरक्षा उपकरणों से भी सुसज्जित है। सीआरसी कैंपस में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा और इस भवन में इंटरनेट लीज्ड लाइन सुविधा उपलब्ध होगी, जो तेज और विश्वसनीय ऑनलाइन संचार में मदद करेगी और हमें वर्चुअल प्रशिक्षण के साथ-साथ टेली-पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाएगी। यह भवन दिव्यांगजनों के लिए पूरी तरह से बाधारहित है और इसे दिव्यांगजनों के लिए अत्याधुनिक केंद्र बनाने के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।   

          इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता साहू, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रतीक्षा भण्डारी, श्री खूबचंद पारख, पूर्व विधायक श्री विनोद खाण्डेकर, श्री भरत वर्मा, श्री सचिन बघेल, श्री राजेन्द्र गोलछा, श्री रमेश पटेल, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह, उप संचालक समाज कल्याण श्री बीएल ठाकुर, एनआईईपीआईडी सिकंदराबाद के कार्यवाहक निदेशक श्री मेजर बीवी राम कुमार, निदेशक सीआरसी श्रीमती स्मिता महोबिया, समेकित क्षेत्रीय केन्द्र के अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, दिव्यांगजन, दिव्यांगजनों के पालक उपस्थित थे।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!