मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बताये राजीव भवन की सुरक्षा क्यों हटाई गई? : 2013 में भी कांग्रेस परिवर्तन यात्रा को भी पर्याप्त सुरक्षा नही दिया गया था जिसके कारण झीरम घाटी कांड हुआ था –

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बताये राजीव भवन की सुरक्षा क्यों हटाई गई? : 2013 में भी कांग्रेस परिवर्तन यात्रा को भी पर्याप्त सुरक्षा नही दिया गया था जिसके कारण झीरम घाटी कांड हुआ था –

March 5, 2024 Off By Samdarshi News

रमन सरकार के दौरान 2013 में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को सुरक्षा नहीं दिया गया था अभी राजीव भवन से सुरक्षा हटा दी गई

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : राजीव भवन कांग्रेस मुख्यालय से सुरक्षा हटाए जाने पर आपत्ति करते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू ने इसे भाजपा सरकार की राजनीतिक द्वेष के चलते दुर्भावना पूर्ण कार्यवाही करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश नक्सल प्रभावित क्षेत्र है भाजपा सरकार बनने के बाद नक्सली एवं अपराधिक गतिविधियां बढ़ी हुई है ऐसे में राजीव भवन में सुरक्षा बढ़ाने के बजाय वहां की सुरक्षा को हटा देना एक गंभीर षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू ने पुलिस अधीक्षक रायपुर को पत्र लिखकर राजीव भवन में तत्काल सुरक्षा व्यवस्था बहाली कर अनुरोध किया है।

प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू ने कहा कि आसन्न लोक सभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं का लगातार छत्तीसगढ़ आगमन हो रहा है राजीव भवन में लगातार बैठकर हो रही है। आखिर बीजेपी कांग्रेस नेताओं के सुरक्षा के साथ खिलवाड़ क्यों कर रही है?

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बताना चाहिए राजीव भवन की सुरक्षा  क्यों हटाई गई है? पूर्व रमन सरकार के दौरान 2013 में कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा को पर्याप्त सुरक्षा नहीं दिया गया था जिसका ही परिणाम है कि परिवर्तन यात्रा में झीरम घाटी में नक्सली हमला हुआ और कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं कार्यकर्ताओं एवं सुरक्षा में लगे जवानों की शहादत हुई है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राजीव भवन से सुरक्षा हटाने के बाद यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की होगी। भाजपा की सरकार को दुर्भावना से परे हटकर सुरक्षा जैसे मामलों पर राजनीति नहीं करना चाहिए। कांग्रेस के सरकार के दौरान एकात्म परिषर से लेकर कुशाभाऊ ठाकरे परिसर तक सुरक्षा के इंतजाम रही थी कभी भी उसमें छेड़छाड़ नहीं किया गया था।