तीन महिनों की राशि एक मुश्त मांगे जाने की.. उमेश पटेल की मांग पर विधायक गोमती साय का पलटवार, महतारियों को पहली किश्त मिलना जश्न का क्षण है, लेकिन कांग्रेस कर रही है विधवा-विलाप !

तीन महिनों की राशि एक मुश्त मांगे जाने की.. उमेश पटेल की मांग पर विधायक गोमती साय का पलटवार, महतारियों को पहली किश्त मिलना जश्न का क्षण है, लेकिन कांग्रेस कर रही है विधवा-विलाप !

March 12, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़ :  पूर्व कांग्रेस मंत्री उमेश पटेल द्वारा ‘महतारी वंदन योजना’ की तीन माह की राशि भाजपा से एक मुश्त मांगे जाने के मामले पर भाजपा की ओर से पलटवार करते हुए पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय ने उमेश पटेल से पूछा कि सत्ता खोने के बाद कांग्रेस को महतारियों की याद आ रही है ?  महतारियों को पांच सौ रुपए देने का वादा करने वाली कांग्रेस ने सत्ता के दौरान साठ सालों के दौरान महतारियों को फूटी कौड़ी नहीं देने वाली कांग्रेस किस मुंह से तीन माह की राशि एक मुश्त मांग रही है। श्रीमती गोमती साय ने उमेश पटेल को प्रदेश की महतारियों से माफी मांगने की मांग की है।

विष्णु देव साय की सरकार ने तीन माह के अंदर ही मोदी सरकार द्वारा दी गई गारंटी को पूरा किया है। महतारियों को पहली किश्त मिलना जश्न का क्षण है, लेकिन कांग्रेस विधवा-विलाप कर रही है। महतारी वंदन के तीन माह की राशि की एक मुश्त मांग करने वाले उमेश पटेल जी को बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने वादा करने के बाद भी महतारियों को  साठ महिने तक फुटी कौड़ी भी क्यों नहीं दी ? प्रदेश की महतारियों को मोदी सरकार और उसकी नीतियों पर पूरा भरोसा है। महिला सम्मेलन के दिन गैस सिलेंडर के मूल्य में सौ रुपए की कमी कर प्रदेश की महतारियों को तोहफा देने वाली मोदी सरकार ने महिलाओं, आदिवासियों को सशक्त बनाने की दिशा में बहुत से कदम उठाए हैं। जिनमें महिला आरक्षण सहित आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाए जाने एवं आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाए जाने जैसे कदम शामिल है।

विष्णु देव साय की सरकार गरीब किसानों, महतारियों की सरकार है। भाजपा की कथनी करनी को एक बताते हुए महिला आदिवासी नेता श्रीमती गोमती साय के कहा 18 लाख गरीबों को आवास, पुराना दो सालों का बकाया बोनस महतारी वंदन की राशि देने वाली विष्णु देव साय की सरकार आने वाले दिनों में किसानों को धान बोनस की राशि एक मुश्त देगी। मोदी की पूरी होती गारंटी कांग्रेस को नहीं सुहा रही है।