दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार, आरोपी राजमिस्त्री ने जान से मारने की धमकी देकर मजदूर पीड़िता के साथ किया था दुष्कर्म

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज़, अम्बिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा ‘‘ऑपरेशन विश्वास’’ के तहत् प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी की कार्यवाही व लगातार व तेजी से की जा रही है। इसी क्रम में थाना कोतवाली पुलिस द्वारा दुष्कर्म के मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। जिसके विरूद्व वैधानिक कार्यवाही कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है!

मामले का विवरण इस प्रकार है, दिनांक 30/03/2024 को प्रार्थिया अर्थात पीड़िता के द्वारा इस आशय का रिपोर्ट दर्ज कराया गया, कि वह मजदूरी का काम करती है, व एक राजमिस्त्री भी वहां काम करता है। जिसका नाम पीड़िता मिस्त्री के नाम से जानती है, जिसका मोबाईल नम्बर पीड़िता के पास मौजूद है। कि दिनांक 14/03/2024 को गोधनपुर चर्च के सामने बन रहे निर्माणाधीन भवन में काम करने जाती थी। कि लगभग दोपहर 02 बजे पीड़िता बाथरूम के लिए मैदान की झाड़ी तरफ गई, उसी दौरान आरोपी राजमिस्त्री मौका पाकर पीड़िता के साथ जबदस्ती दुष्कर्म किया, और किसी को नहीं बताने के लिए बोला गया, नहीं तो जान से मारने की धमकी दिया गया। उसके बाद आरोपी राजमिस्त्री द्वारा पुनः पीड़िता को दिनांक 27/03/2024 को मोबाईल के माध्यम से सम्पर्क किया गया, पीड़िता उस दरम्यान एसबीआई बैंक के पास थी, आरोपी राजमिस्त्री वहां ऑटो लेकर आया व काम बकाया पैसा ले जाओ बोलकर पीड़िता को ऑटो में बैठाकर अजिरमा तरफ खेत में ले गया, और वहां भी आरोपी राजमिस्त्री द्वारा पीड़िता के साथ जबरन जान से मारने की धमकी देते हुए पुनः दुष्कर्म को अंजाम दिया गया। जिसपर से सदर धारा 376(2)(एन), 506 भादसं का अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।

मामला पंजीबद्व उपरांत आरोपी राजमिस्त्री को मौजूद मोबाईल नम्बर के माध्यम से पता-तलाश की जा रही थी, तकनीकी जानकारी के आधार पर आरोपी राजमिस्त्री का निवास कल्याणपुर होना ज्ञात हुआ, जिसका पता-तलाश कल्याणपुर जाकर किया गया, और मोबाईल नम्बर और आरोपी राजमिस्त्री को पकड़कर विधिवत् रूप से पहचान कार्यवाही गई। पीड़िता आरोपी की पहचान किये जाने पर आरोपी श्यामलाल रवि, उम्र 40 वर्ष, निवासी कल्याणपुर, थाना जयनगर, जिला सूरजपुर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

उपरोक्त कार्यवाही में थाना गांधीनगर से आरक्षक अरविंद उपाध्याय, आरक्षक ऋषभ सिंह इत्यादि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!