हत्या और लूट का फरार आरोपी आया पूंजीपथरा पुलिस की गिरफ्त में…. हरियाणा के नूह जिले में छिपकर रह रहा था आरोपी, पुलिस ने दबिश देकर पकड़ा…. ट्रांजिट रिमांड लेकर लाया गया रायगढ़ !
April 10, 2024प्रकरण में साक्ष्य अनुरूप धारा 407 को हटाकर 397, 398, 302, 201, 120–बी, आईपीसी एवं 25,27 आर्म्स एक्ट की धारा जोड़ी गई थी.
समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़ : पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन पर फरार आरोपी और वारंटियों की पतासाजी के क्रम में पूंजीपथरा पुलिस द्वारा हत्या और लूट के मामले में 14 साल से फरार चल रहे आरोपी/वारंटी राशिद उर्फ हाफिज को हरियाणा के नूह जिला से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया है। एटा (उत्तर प्रदेश) का मूल निवासी आरोपी राशिद उर्फ हाफिज पिछले कई साल से अपनी पहचान बदलकर नूह हरियाणा में प्रायवेट कंपनी का कर्मचारी बनकर रह रहा था, जो घूम-घूम कर साड़ी तथा प्लास्टिक बर्तन वगैरह बिक्री का काम करने लगा था। नूह हरियाणा में काफी मशक्कत के बाद आरोपी का पता लगा, जिसे पूंजीपथरा पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर स्थानीय नूह कोर्ट में पेश किया गया और ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर आरोपी को रायगढ़ लाया गया है।
आरोपी के विरूद्ध दर्ज अपराध का संक्षिप्त विवरण –
प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 15 मई 2010 को थाना पूंजीपथरा में जी.पी. ग्लोबल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक समीर अहमद द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि 3 मई 2010 को उन्होंने प्लांट से अनुप रोड़ कैरियर रायगढ़ के ट्रक क्रमांक के माध्यम से 40 टन 560 किलो लोहा (एम.एस.इंगाट) कीमती 10,87,754/- रुपए ड्रायवर रामनारायण नाई निवासी सुभाषनगर एटा के मार्फत ग्रोवर स्टील रोलिंग मिल गाजियाबाद उत्तर प्रदेश भेजा गया था। 6-7 दिन बाद लोहा गाजियाबाद नहीं पहुंचने पर पता किया गया, ट्रांसपोर्टर के जरिए पता चला कि ट्रक मेरठ मुजफ्फरपुर हाईवे के पास लावारिस हालत में खड़ी है। ड्रायवर रामनारायण नाई से संपर्क नहीं हुआ, ड्रायवर के द्वारा ट्रक में लोड लोहा को गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंचने के संबंध में थाना पूंजीपथरा में खयानत का अपराध क्रमांक 78/2010 धारा 407 आईपीसी के अंतर्गत पंजीबद्ध किया गया।
अपराध विवेचना के दरमियान ट्रक ड्रायवर की रामनारायण नाई की हंडिया इलाहाबाद के बीच गोली मारकर हत्या कर दिए जाने की जानकारी मिली, जिस संबंध में थाना हंडिया इलाहाबाद में आरोपी पवन यादव व अन्य पर हत्या का अपराध पंजीबद्ध होने की जानकारी मिली। हत्या के अपराध में गिरफ्तार आरोपी पवन यादव और सर्वेश्वर यादव का सीजेएम न्यायालय एटा से अनुमति प्राप्त कर आरोपियों का मेमोरेंडम लिया गया, जो बताएं कि 30 अप्रैल 2010 को ट्रक के चालक रामनारायण नाई के साथ आरोपी पवन कुमार यादव और सर्वेश कुमार यादव रायगढ़ आए थे। आरोपी पवन यादव, सर्वेश्वर कुमार यादव ने अपने साथी कबाड़ी संचालक मलिखान सिंह और राशिद हुसैन के साथ मिलकर रामनारायण के ट्रक में लोड लोहे को लूटपाट की नीयत से हत्या का षडयंत्र रचे। ट्रक ड्रायवर रामनारायण नाई की इलाहाबाद के बीच आरोपी रशीद उर्फ हाफिज ने हंडिया में 315 बोर से गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद आरोपी मालिखान सिंह और रशीद उर्फ हाफिज के बीच लोहा बिक्री को लेकर झगड़ा विवाद हुआ। दोनों ट्रक एवं ट्रक में लोड एम.एस.इंगाट को छोड़कर भाग गए। प्रकरण में साक्ष्य अनुरूप धारा 407 को हटाकर 397, 398, 302, 201, 120-बी, आईपीसी एवं 25,27 आर्म्स एक्ट की धारा जोड़ी गई।
प्रकरण में तीन आरोपी पवन यादव, सर्वेश्वर कुमार यादव, मलिखान सिंह को गिरफ्तार किया गया था तथा फरार आरोपी रशीद हुसैन के विरुद्ध धारा 299 सीआरपीसी के अंतर्गत चालान पेश किया गया था। फरार आरोपी का न्यायालय से स्थाई वारंट जारी हुआ था, जिसकी पतासाजी के लिए पुलिस टीम आरोपी के मूल निवास एटा (उत्तर प्रदेश) जाकर पतासाजी किया गया, जहां से आरोपी फरार था तथा कोई विशेष जानकारी नहीं मिली। थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक श्रीनाथ त्रिपाठी द्वारा आरोपी/वारंटी की गिरफ्तारी के लिये नये सिरे से पतासाजी की गई, जिसके हरियाणा में काम करने की जानकारी मिली। तत्काल थाना प्रभारी द्वारा पुलिस अधीक्षक से अनुमति प्राप्त कर टीम दिगर प्रांत भेजा गया, जिन्होंने हरियाण के नूह में काफी प्रयास के बाद आरोपी रशीद उर्फ हाफिज पिता मोहम्मद हुसैन उर्फ उमर उम्र 38 साल निवासी मरहरा काजी मोहल्ला थाना मरहरा जिला एटा (उत्तर प्रदेश) हाल मुकाम नूहू हरियाणा को पकड़ा और न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लेकर रायगढ़ लाया गया है।
पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम व डीएसपी श्री अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन में आरोपी/वारंटी की पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक श्रीनाथ त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक अमित तिर्की, आरक्षक अभिषेक द्विवेदी और आरक्षक ओम तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।