भाजपाई बताए कि 76 प्रतिशत आरक्षण विधेयक राजभवन में क्यों कैद है? सार्वजनिक उपक्रमों को बेचकर लाखों युवाओं के सरकारी नौकरी के अधिकार को मोदी सरकार नें बेचा है – सुरेंद्र वर्मा
April 24, 2024यूपीएससी को बाईपास करके मोदी सरकार ने केंद्रीय सचिवालय में सयुक्त सचिव के पदों पर अपने पूंजीपति मित्रों के कर्मचारीयों की भर्ती की
समदर्शी न्यूज़, रायपुर : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की मोदी सरकार जनहितैषी होने का केवल ढोंग करती है, असलियत यह है कि इनके फोकस में केवल अपने पूजीपति मित्रों का मुनाफा है। अपने आप को पिछड़ा वर्ग का बताने वाले मोदी जी ने यह नहीं बताया कि छत्तीसगढ़ में पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने वाला विधेयक पिछले डेढ़ साल से राजभवन में क्यों कैद है? आदिवासी हितैषी होने का पाखंड करने वाले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बताना चाहिए कि आदिवासियों के 32 प्रतिशत आरक्षण के प्रावधान का विधेयक राजभवन में कब तक बंधक रखा जाएगा? वन अधिकार अधिनियम में मोदी सरकार द्वारा किए गए आदिवासी विरोधी संशोधनों पर मौन क्यों है?
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि मोदी सरकार ने देश के लगभग तीन दर्जन बड़े सार्वजनिक उपक्रमों को बेचा है, सरकारी उपक्रम बेचने से केवल देश के संसाधन ही नहीं बिके, बल्कि देश के युवाओं के सरकारी नौकरी पाने का सपना भी मोदी सरकार ने बेच दिया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि 10 साल के मोदी राज में देश को केवल अडानी के मुनाफे के लिए चलाया गया। पूंजीवाद की दिशा में देश को झोंकने के इस प्रयास को आसान बनाने के लिए यूपीएससी को बाईपास करके केंद्रीय सचिवालय में संयुक्त सचिव के पद पर मोदी सरकार ने अपने कॉर्पोरेट मित्रों के कर्मचारियों की भर्ती की, ताकि अपने असल मालिकों के मुनाफे के लिए योजनाएं बनाई जा सके।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि कांग्रेस का संघर्ष सामाजिक न्याय के लिए होता है, आम जनता के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नति के लिए होता है इस चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में उल्लिखित 5 न्याय और 25 गारंटी कांग्रेस का संकल्प इस बात का प्रमाण है। भारतीय जनता पार्टी केवल अदानी जैसे पूंजीपतियों की तिजोरी भरने के लिए काम करती है। आम जनता के हक और अधिकारों से भाजपा को कोई सरोकार नहीं है। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और महिलाओं की उपेक्षा भाजपा का असल चरित्र है। इस चुनाव में जनता मोदी सरकार के कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है।