नाबालिग का अपहरण करने एवं दुष्कर्म करने का अभियुक्त चंद घंटे के भीतर खरसिया से हुआ गिरफ्तार, भेजा गया है न्यायिक अभिरक्षा में.
May 1, 2024अभियुक्त जमीर अंसारी के विरूद्ध थाना में धारा 363, 366(क), 376, 376(2)(एन) भा.द.सं. 5, 6 पॉक्सो एक्ट का अपराध हुआ दर्ज,
पुलिस अधीक्षक जशपुर द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये तत्काल टीम गठित कर पतासाजी हेतु टीम को किया गया था रवाना,
अभियुक्त की गिरफ्तारी में जशपुर सायबर सेल की रही महत्वपूर्ण भूमिका.
समदर्शी न्यूज़ – जशपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि जशपुर जिले के एक थाना क्षेत्र के ग्राम के 45 वर्षीय पिता ने थाना में दिनांक 30 अप्रैल 2024 को सूचना दी थी कि दिनांक 29 अप्रैल 2024 की शाम से उसकी 17 वर्ष 04 माह की नाबालिग पुत्री अपने घर में बिना किसी को बताये कहीं चली गई है। परिजनों द्वारा नाबालिग पुत्री का आसपास रिश्तेदारों में पता-तलाश किया गया, पता नहीं चला। प्रार्थी की नाबालिग पुत्री को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर भगाकर ले जाने की रिपोर्ट पर धारा 363 भा.द.सं. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण नाबालिग बालिका से संबंधित होने के कारण पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह द्वारा सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर अपहृता की पतासाजी एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी के संबंध में निर्देश दिये गये थे। प्रकरण की विवेचना के दौरान सायबर सेल एवं मुखबीर सूचना से अपहृता का लोकेशन खरसिया डोमनारा में मिलने पर तत्काल पुलिस टीम को मौके पर रवाना किया गया। टीम द्वारा मौके पर जाकर दबिश देकर प्रकरण के अभियुक्त जमीर अंसारी के कब्जे से नाबालिग बालिका को बरामद किया गया और अभिरक्षा में थाना लाया गया। महिला पुलिस अधिकारी से पूछताछ करने पर नाबालिग पीड़िता ने बताया कि दिनांक 29 अप्रैल 2024 को जमीर अंसारी उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया एवं दुष्कर्म किया। अभियुक्त जमीर अंसारी उम्र 21 साल का कृत्य धारा 363, 366(क), 376, 376(2)(एन) भा.द.सं. 5, 6 पॉक्सो एक्ट का अपराध घटित करना पाये जाने पर उसे दिनांक 01 मई 2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी में निरीक्षक मल्लिका बनर्जी, सहायक उपनिरीक्षक मनोज साहू, प्रधान आरक्षक 274 त्रिनाथ यादव, आरक्षक अमित एक्का, महिला आरक्षक रीना केरकेट्टा एवं सायबर सेल के सहायक उपनिरीक्षक हरिशंकर राम, आरक्षक अनिल सिंह, आरक्षक सोनसाय भगत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।