शादी का झांसा देकर जबरन अनाचार करने के मामले में आरोपी को चंद घंटे में किया गया गिरफ्तार, कड़ी वैधानिक कार्यवाही कर भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में !
May 7, 2024सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत थाना उदयपुर पुलिस टीम द्वारा मामले में आरोपी के विरुद्ध की गई कड़ी वैधानिक कार्यवाही.
आरोपी पर थाना उदयपुर में अपराध क्रमांक 100/24 धारा 376 (2) (एन), 506 भा.द.वि. का अपराध किया गया पंजीबद्ध.
महिला सम्बन्धी अपराधों में शामिल आरोपियों के विरुद्ध सरगुजा पुलिस द्वारा की जा रही लगातार सख्त कार्यवाही.
समदर्शी न्यूज़ – अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त संदेहियों/आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही की जा रही हैं। इसी संदर्भ में प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थिया द्वारा दिनांक 06 मई 2024 को थाना उदयपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि प्रार्थिया घटना दिनांक 07 जनवरी 2024 को प्रार्थिया कपड़ा सिलवाने क़े लिए बाहर गयी हुई थी, जहां से वापस घर आते समय जंगल क़े पास सुनसान स्थान पर लक्ष्मणगढ़ उदयपुर निवासी गुड्डन राम द्वारा प्रार्थिया को बहला-फुसला कर शादी करने का झांसा देकर प्रार्थिया के साथ जबरन दुष्कर्म किया गया है। घटना दिनांक के पश्चात से लगातार दो माह तक आरोपी द्वारा प्रार्थिया से जबरन दुष्कर्म की घटना कारित किया गया हैं और अब आरोपी गुड्डन राम प्रार्थिया को अकेला छोड़कर चला गया हैं। मामले में प्रार्थिया की रिपोर्ट पर थाना उदयपुर में अपराध क्रमांक 100/24 धारा 376 (2) (एन), 506 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी की पता तलाश की जा रही थी, पुलिस टीम के सतत प्रयास से मामले के आरोपी की घेराबंदी कर पकड़कर पूछताछ किया गया। जो आरोपी द्वारा अपना नाम गुड्डन राम उम्र 21 वर्ष साकिन लक्ष्मणगढ़ उदयपुर का होना बताया गया, आरोपी से घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ किये जाने पर अपराध घटित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी उदयपुर निरीक्षक कुमारी चंद्राकर, प्रधान आरक्षक राजनाथ, महिला आरक्षक प्रियंका तिर्की, आरक्षक देवेंद्र सिंह, आरक्षक अजय शर्मा शामिल रहे।