मोदी सरकार 80 करोड़ जनता को अनाज देकर एहसान नहीं कर रही, सरकार का दायित्व होता है विपरीत परिस्थितियों में जनता को मदद करना भाजपा उसे एहसान ना बताये – सुशील आनंद शुक्ला

मोदी सरकार 80 करोड़ जनता को अनाज देकर एहसान नहीं कर रही, सरकार का दायित्व होता है विपरीत परिस्थितियों में जनता को मदद करना भाजपा उसे एहसान ना बताये – सुशील आनंद शुक्ला

May 26, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार 80 करोड़ जनता को अनाज देकर एहसान नहीं कर रही है सरकार का दायित्व होता है विपरीत परिस्थितियों में जनता को मदद करना। मोदी सरकार बनने के बाद देश विषम परिस्थितियों से जूझ रहा है मोदी सरकार के नीतियों के चलते ही देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है बेरोजगारी बढ़ने कारण ही 80 करोड लोग की आय घटी है जिसके चलते वो दो वक्त का अनाज भी जुटा नहीं पा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने राइट टू फूड भोजन का अधिकार दिया। असहाय मजबूर लोगों को भोजन देना सरकार की जिम्मेदारी है और यह उनके कानूनी अधिकार भी है। मोदी सरकार हर हाथ को रोजगार देती तो 80 करोड लोगों को सरकारी राशन पर निर्भर नहीं होना पड़ता। महंगाई से राहत दिलाने के लिए मोदी सरकार ने 10 साल में कोई काम नहीं किया है बल्कि महंगाई को बढ़ाने के लिए  आवश्यक वस्तु में लगाया गया मोटा जीएसटी भी बड़ा कारण है कालाबाजारी हुई है रोजगार छिन गया है जिसके चलते हर घर में निराशा छाई हुई है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर वादा किया गया है प्रत्येक व्यक्ति को 10 किलो अनाज हर माह दिया जाएगा यह उनका कानूनी अधिकार है उनके रोजगार के दिशा में काम किया जाएगा। महिलाओं को 8500 रु  महीना के हिसाब से सालाना एक लाख रु  मिलेगा। जिससे महंगाई से लड़ने में उनको मदद मिलेगी। 30 लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी कौशल विकास प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 1 लाख रु सालाना दिया जाएगा मनरेगा की मजदूरी 400रु प्रतिदिन किया जाएगा ।मोदी सरकार ने 10 सालों में कुछ पूंजी पतियों की ही मदद की है देश का बहुसंख्यक वर्ग किसान मजदूर व्यापारी हताश और परेशान है। 10 सालों में देश की हालत बिगड़ गई है हर घर में महंगाई और बेरोजगारी दिख रहा है।