शिक्षा ज्योति से बच्चो का भविष्य किया जा रहा रोशन, बस्तर क्षेत्र में कैसे जग रहा है शिक्षा का अलख……पढ़े पूरी ख़बर
September 5, 2021समदर्शी न्यूज़ जगदलपुर
शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक उपकरण है। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों को सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक और व्यक्ति विशेष को एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रूप से बहुत महत्वपूर्ण समय होता है। यह एक व्यक्ति को जीवन में एक अलग स्तर और अच्छाई की भावना को विकसित करती है। शासन द्वारा शिक्षा के महत्व को समझते हुए प्रत्येक नागरिक को शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराता है। साथ ही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सभी वर्गों को बाधा रहित शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। जिला बस्तर में शिक्षा विभाग द्वारा 2 हजार 743 विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। जिसमें 1696 प्राथमिक शाला, 762 माध्यमिक शाला, 127 हाईस्कूल और 158 हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित किया जा रहा है।
स्कूली बच्चों को कुपोषण से मुक्ति तथा विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के उद्देश्य से संचालित मध्यान्ह भोजन योजना में वर्ष 2020-21 में प्राथमिक स्तर 68 हजार 871, माध्यमिक स्तर 35 हजार 507 को लाभान्वित किया गया। इसी प्रकार निःशुल्क गणवेश वितरण योजना अन्तर्गत सत्र 2020-21 में एक लाख 15 हजार 186, विद्यार्थियों को कक्षा 1ली से 8वीं तक अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष दो जोड़ी के मान से वितरण किया गया है। कोविड- महामारी के प्रकोप से प्रभावित परिवारों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से शासन ने छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना प्रारंभ किया गया है। इस योजना के तहत जिले में 59 बच्चों को लाभ दिया जा रहा है।
शासन ने ग्रामीण अंचल में निवास करने वाले गरीब बच्चों हेतु अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय योजना प्रारंभ किया है। इस योजना के तहत जिले में सातों विकासखण्ड में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का संचालन किया जा रहा है, जिसमें 2663 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है। जिसमें स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी स्कूल विकासखण्ड बस्तर विद्यालय में 409, विकासखण्ड बकावण्ड में 346, विकासखण्ड तोकापाल में 349, विकासखण्ड लोहण्डीगुड़ा में 386, विकासखण्ड बास्तानार में 199, विकासखण्ड दरभा विद्यालय में 350 और विकासखण्ड जगदलपुर में 624 है।
बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने एवं उनके सतत अध्यापन के उद्देश्य से निःशुल्क सरस्वती सायकल योजना के तहत कक्षा 9वीं में नवप्रवेशित अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के समस्त बालिकाओं तथा अन्य वर्ग के बी.पी.एल. कार्डधारी बालिकाओं को योजनान्तर्गत निःशुल्क सायकल का वितरण किया जाता है। निःशुल्क सरस्वती सायकल योजना शासकीय एवं अनुदान प्राप्त हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में संचालित की जाती है। इस योजना के तहत सत्र 2020-21 में 5 हजार 745 पात्र बालिकाओं को सायकल वितरण किया गया है।
निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम इस अधिनियम के तहत अशासकीय विद्यालयों की एन्ट्री पाईंट (नर्सरी या कक्षा 1ली) (ए.के.जी. या कक्षा 1) या किसी एक कक्षा में असुविधाग्रस्थ वर्ग या कमजोर वर्ग के बच्चों हेतु 25 प्रतिशत सीट्स आरक्षित किया गया है। जिसमें लॉटरी के माध्यम से बच्चों का चयन किया जाता है तथा उन्हें कक्षा 8वीं तक निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है। वर्तमान में राज्य शासन द्वारा कक्षा 12 वीं तक उक्त योजना का छत्तीसगढ़ राज्य में विस्तार किया गया है। इस योजना के तहत सत्र 2020-21 में जिले के 1566 विद्यार्थियों को शाला में प्रवेश दिया गया है।
छात्र दुर्घटना बीमा योजना विद्यार्थी दुर्घटना बीमा योजना के अन्तर्गत समस्त शासकीय एवं अनुदान प्राप्त विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1ली से 12वीं तक एवं उच्च शिक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों के आकस्मिक निधन होने पर 10 हजार रुपए एवं आंशिक क्षति होने पर 25 हजार रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक की राशि आर्थिक सहायता के रूप में उनके माता, पिता को क्षतिपूर्ति के रूप में प्रदान की जाती है। सत्र 2020-21 में आठ छात्रों को दुर्घटना बीमा योजना के तहत लाभ दिया गया। इसके अलावा जिला ग्रंथालय का लाला जगदलपुरी जिला ग्रंथालय के नाम से उन्नयन अत्याधुनिक एवं सुविधायुक्त बनाया गया है। कोरोना काल में आमचो रेडियो, प्रिन्ट रिच, मोहल्ला कक्षा, केबल टीवी से पढ़ाई से शिक्षण कार्य को सतत जारी रखा गया है। साथ ही प्रशासन द्वारा एलेक्सा से पढ़ाई की सुविधा बच्चों को उपलब्ध करवाई गई है।