आयुर्वेद अस्पताल में 275 बच्चों का हुआ स्वर्ण प्राशन : रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही शारीरिक मानसिक विकास में होता है मददगार

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समदर्शी न्यूज़, बिलासपुर : बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आज सरकंडा नूतन कालोनी स्थित शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, बिलासपुर के बाल रोग विभाग द्वारा आज पुष्य नक्षत्र के अवसर पर 275 बच्चों का स्वर्णप्राशन हुआ। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से सोलह वर्ष तक के बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया जाता है। सवेरे 9 बजे से शाम 5 बजे तक स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। अगला स्वर्ण प्राशन 8 जुलाई को सवेरे 9 से शाम 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा।   

स्वर्ण प्राशन से बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, उनके शारीरिक तथा मानसिक विकास में मददगार साबित होता है। इसके साथ ही बच्चों में एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी अत्यंत लाभकारी है। चिकित्सालय के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. विद्या भूषण पाण्डेय ने बताया कि इसके नियमित प्रयोग से बच्चों की मेधा एवं स्मृति का वर्धन भी होता है। इस की प्रमाणिकता वैज्ञानिक आधार पर सिद्ध हो चुकी है। आने वाले प्रत्येक माह के पुष्य नक्षत्र में यह स्वर्ण प्राशन बाल रोग विभाग में किया जाना प्रस्तावित है। जिसकी सूचना विभाग से ली जा सकती है। विभाग द्वारा विगत वर्ष 2023 में 18 पुष्य नक्षत्रों में स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे कुल 2 हजार 8 सौ 50 बच्चों ने लाभ प्राप्त किया। वर्ष 2024 में अब तक 1500 बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया गया है। जिन बच्चों को लगातार स्वर्ण प्राशन कराया गया उनकी वजन और ऊंचाई में बेहतर फर्क देखने को मिला है साथ ही उनकी बौद्धिक क्षमता में भी विकास पाया गया है। इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्य डा रक्षपाल गुप्ता जी के निर्देशन में बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा विद्या भूषण पांडेय द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम के आयोजन में इंटर्न बुशरा, शिवानी तथा चिकित्सालय कर्मी श्री कुलदीप जांगड़े, खुलावन धु्रव एवं महेश चौहान का विशेष सहयोग रहा।

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