आरबीएसके तकनीक से हुआ जन्मजात हृदय रोग का नि:शुल्क ईलाज

आरबीएसके तकनीक से हुआ जन्मजात हृदय रोग का नि:शुल्क ईलाज

June 13, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, सारंगढ़-बिलाईगढ़ : कलेक्टर धर्मेश साहू के निर्देशन पर जिले में संचालित चिरायु दलों द्वारा स्कूल एवम आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है तथा जन्मजात विकृतियों एवम अन्य बीमारियों का चिन्हांकन करने के पश्चात नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ की व्यवस्था की जाती है। इसी क्रम में चिरायु टीम बरमकेला द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान चार बच्चों को जांच एवं लक्षणों के आधार पर हृदय रोग के संभावित केस के रूप में चिन्हांकित किया गया था। इन‌ चिन्हांकित बच्चों को आगे की जांच तथा जांचोपरांत उपचार हेतु टीम द्वारा  एसएमसी अस्पताल रायपुर ले जाया गया था, वहां  उच्चस्तरीय इको जांच के पश्चात कार्डियोलॉजिस्ट व सर्जन ने दो बच्चों को सर्जरी की आवश्यकता होना बताया ।

ब्लॉक बरमकेला स्थित ग्राम डूमरपाली में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान शास. प्राथ. शाला में बच्चा रमन साहू पिता दुश्मनी साहू के हृदय में असामान्य मर्मर ध्वनि पाया गया। परिजन से बात करने पर जानकारी मिली कि बच्चे को थकान एवम कमजोरी महसूस होना, सांस फूलना, बार बार बीमार पड़ना, सर्दी खाँसी लगे रहना आदि समस्या भी होती है ।चिरायु दल बरमकेला द्वारा बच्चे के परिवारजन को हृदय रोग और ईलाज ना करवाने के  दुष्परिणाम के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही बच्चे का चिरायु योजना के तहत् पूर्णत: नि:शुल्क ईलाज करवाने की जानकारी दी गई। चिरायु दल बरमकेला द्वारा परिवारजन को पूर्ण रूप से आश्वस्त कर बच्चे को 31 मई 2024 को रायपुर स्थित एसएमसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। सभी प्रकार के जांचोपरांत 06 जून 2024 को बच्चे का सफलतापूर्वक नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया। वर्तमान में बच्चा पूर्णत: स्वस्थ है। परिजन भी खुश एवं संतुष्ट है। परिजनों ने चिरायु दल और सरकार को योजना के लिए धन्यवाद दिया है और आभार प्रकट किया है।

इस कार्य में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अवधेश पाणिग्राही, डीपीएम एन. एल. ईजारदार, चिरायु नोडल अधिकारी डॉ. प्रभुदयाल खरे, खंड चिकित्सा अधिकारी – बरमकेला डॉ‌ संजय पटेल, बीपीएम ईश्वर प्रसाद दिनकर, चिरायु टीम के चिकित्सक डॉ. सुरेन्द्र सिंह , डॉ. हेमलता रायसागर, डॉ. नीतू भगत, फार्मासिस्ट  कविता पटेल, ए एन एम राधा खूंटे एवं अनिता तांडी आदि का सहयोग रहा।