शहीद जवान ‘नितेश एक्का अमर रहें’ के नारों से गूंजा जशपुर, आंखों में आंसू लिए शहीद को श्रद्धांजलि देने उमड़ा जनसैलाब, शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही रो पड़ा पूरा गांव, गॉड ऑफ ऑनर के साथ दी गई विदाई, रीति रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार
June 16, 2024जशपुर राजपरिवार के सदस्यों ने पार्थिव शरीर को दिया कंधा, आईजी ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
नारायणपुर के ओरछा में नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए जशपुर की माटी के लाल
समदर्शी न्यूज़, जशपुर : नारायणपुर जिले के अंतर्गत ओरछा में नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए जशपुर की माटी के लाल शहीद आरक्षक श्री नितेश एक्का को श्रद्धांजलि देने आज पूरा जशपुरनगर उमड़ पड़ा। पार्थिव शरीर को जशपुर से लगे ग्राम चराईडाँड़ स्थित शहीद के पैतृक गांव लाया गया तो यहां आंखों में आंसू लिए शहीद को श्रद्धांजलि देने विसाल जनसैलाब उमड़ पड़ा। वही जैसे ही बेटे का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो मां की चीखें निकल गईं। माँ की ममता का आंचल अपने लाडले नितेश को पुकार रही थी। भाई और परिजन आंखों में आंसू लिए खुद को संभालते रहे । यही नहीं पूरे गांव में मातम सा पसरा रहा। हर कोई आखरी बार नितेश को देखना चाह रहा था। हर कोई उससे बात करने की कोशिश कर रहा था। कुछ दिन पहले ही जब शहीद नितेश अपने गांव आया था, तब किसी ने भी नहीं सोचा था कि इसे आखिरी बार देख रहे है। हमेशा हंसते मुस्कुराते आने वाला नितेश घर के साथ ही पूरे गांव के लोगों में आंसू देकर जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहीद जवान को विनम्र श्रद्धांजलि दी
शुक्रवार को नारायणपुर जिले के अंतर्गत ओरछा में हुए मुठभेड़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए जशपुर के ग्राम चराईडाँड़ की माटी के लाल आरक्षक श्री नितेश एक्का शहीद हो गए थे। जिसके बाद आज सर्वप्रथम राजधानी रायपुर स्थित चौथी बटालियन माना में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा सहित अन्य नेताओं ने शहीद जवान श्री नितेश एक्का को पुष्प अर्पित कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दी और पार्थिव शरीर को कांधा दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय नए कहा कि यह शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, हम नक्सलियों का खात्मा होने तक चुप नहीं बैठेंगे।
अमर शहीद जवान का पार्थिव शरीर एयरफोर्स के विशेष विमान लाया गया
रायपुर से जैसे ही शहीद के पार्थिव शरीर को सेना के विशेष विमान से जशपुर पुलिस लाइन हैलीपेड पहुंचा तो शहीद के परिजनों और ग्रामीणों सहित नगर के जनसमूह वीर जवान को श्रद्धांजलि देने उमड़ पड़ा विमान से उतारते समय पार्थिव शरीर शहीद के परिजन और पूर्व राज्यसभा सांसद जशपुर राजा रणविजय प्रताप सिंह जूदेव, विक्रमादित्य सिंह जूदेव सहित अन्य लोगों ने कांधा दिया। जिसके बाद विशेष वाहन से नगर भ्रमण कराते हुए हुए गांव की ओर ले जाया गया। इस दौरान जशपुर बस स्टैंड पर यहां के व्यपारी संघ, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने पुष्प अर्पित कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दीं। इसी तरह सिटी कोतवाली के पास थाना प्रभारी सहित पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी पुष्प अर्पित कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दीं। नगर भ्रमण के दौरान क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग, क्या महिला और क्या युवा सभी शहीद जवान के अंतिम दर्शन के लिए पहुँचते रहे। इस दौरान ‘शहीद जवान नितेश एक्का अमर रहें’३जब तक सूरज चाँद रहेगा.. दुनिया में अमर शहीद नितेश का नाम रहेगा.. जैसे नारों से पूरा नगर और गांव गूंजता रहा।
शहीद जवान को गार्ड आफ ऑनर दिया गया
शहीद जवान को उनके पैतृक गांव में पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि दीं। जिसमें प्रमुख रूप से सरगुजा संभाग के आईजी श्री अंकित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, अपर कलेक्टर श्री प्रदीप कुमार साहू, एसडीएम श्री प्रशांत कुशवाहा,एएसपी श्री अनिल कुमार सोनी सहित प्रशासन एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों ने पुष्प अर्पित कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दी। शहीद जवान को गार्ड आफ ऑनर भी दिया गया और रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पूर्व राज्यसभा सांसद राजा रणविजय प्रताप सिंह जूदेव, विक्रमादित्य सिंह जूदेव, श्रीमती शांति भगत जिला पंचायत अध्यक्ष,
पूर्व नपा अध्यक्ष हीरू राम निकुंज, श्रीमती रजनी प्रधान , नगर पालिका उपाध्यक्ष राजू गुप्ता, उमेश प्रधान उरांव समाज अध्यक्ष, विधायक प्रतिनिधि, सरपंच सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी, गांव एवं क्षेत्र के नागरिक मौजूद रहे।
शहीद नितेश एक्का का जीवन परिचय
अबूझमाड़ में नक्सलियों के खिलाफ अद्वितीय साहस और वीरता का प्रदर्शन करते हुए शहीद हुए विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) के जवान नितेश एक्का के पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव चरईडांड,पोर्टेंगा में दफनाया गया। इस अवसर पर आईजी अंकित गर्ग और एएसपी अनिल सोनी ने शहीद को कंधा देकर अंतिम विदाई दी। शहीद का पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर से जशपुर हेलीपैड लाया गया, जहां से नगर में शहीद शौर्य यात्रा निकाली गई।
नितेश एक्का का जन्म 28 फरवरी 1997 को जशपुर जिले के पोरतेंगा गांव में हेलारियूस एक्का के घर हुआ था। उनके पिता की पिछले वर्ष 23 जून 2023 को बीमारी से मृत्यु हो गई थी। इस दुखद घटना ने उनकी माता नीलिमा एक्का और बड़े भाई अशोक एक्का को गहरे सदमे में डाल दिया है। नितेश एक्का विशेष टास्क फोर्स के अग्रिम दल की स्काउट पार्टी का हिस्सा थे, जो किसी भी अभियान में सबसे आगे रहती है और सबसे जोखिम भरी स्थिति में होती है। उन्होंने अपनी बहादुरी और कुशलता से कई अभियानों को सफल बनाया।
बड़े भाई अशोक ने बताया कि उनके शहीद भाई के प्रेरणास्रोत बालोद एसपी चाचा सुरजन राम भगत थे। नितेश को हथियार और वर्दी पहनने का शौक था, जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने सेना में भर्ती होने का प्रयास किया, लेकिन ऊंचाई कम होने के कारण वह सेना में भर्ती नहीं हो सके। इसके बाद, 2017 में उन्होंने छत्तीसगढ़ सुरक्षा बल में भर्ती होकर एसटीएफ में अपनी सेवाएं शुरू कीं और 28 नवंबर 2020 से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हुए। 15 जून 2024 को अबूझमाड़ में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में सिर में गोली लगने से वह शहीद हो गए। अशोक ने कहा कि नितेश की शहादत उनके वर्दीधारी जीवन की चरम सफलता थी।
आईजी सरगुजा अंकित गर्ग ने श्रद्धांजलि संदेश में कहा, “नितेश एक्का ने राष्ट्र के दुश्मनों के खिलाफ अद्वितीय वीरता का प्रदर्शन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। यह गर्व का विषय है और इस परिवार का बेटा चला गया तो दुख भी है।” उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ लंबे समय से नक्सलियों का दंश झेल रहा है, लेकिन अब नक्सलवाद अंतिम चरण में है। हमारा लक्ष्य है नक्सलवाद का समूल नाश करना और नक्सलियों का अंत करना ही शहीद नितेश एक्का को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर बालोद एसपी ने भी अपने श्रद्धांजलि संदेश में नितेश की बहादुरी की सराहना की।