मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गृह ग्राम बगिया में की धान की बुवाई, किसानों के अच्छे फसल की कामना की
June 18, 2024मुख्यमंत्री श्री साय दिखे किसान की भूमिका में
बगिया में अपने खेतों में बीज का छिड़काव कर खेती-किसानी का किया शुभारंभ
अच्छी उपज की कामना के लिए खेतों की पूजा-अर्चना कर किया बीज छिड़काव
समदर्शी न्यूज़, जशपुर/रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ राज्य की कमान संभालने के साथ साथ अपने पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी संभाल रहे हैं। उन्होंने आज अपने गृह ग्राम बगिया में मानसून की आहट को देखते हुए पुश्तैनी खेतों में खेती-किसानी की शुरूआत की। उन्होंने स्वयं एक किसान की तरह धान की बोनी कर परंपरा का निर्वहन किया।
मुख्यमंत्री ने परंपरा के मुताबिक पांच बार बीजों को अपने हाथों में लेकर खेतों में बिखरा दिया, इसके बाद परिवारजनों ने भी उनका अनुसरण किया। खेती-किसानी को लेकर जशपुर, सरगुजा अंचल के किसानों में ऐसी परंपरा है, जिसमें परिवार के लोग मुखिया के साथ धान की बोनी की रस्म निभाते हैं।
मुख्यमंत्री खेती-किसानी का पारंपरिक परिधान पहनकर खेतों में नजर आए। उन्होंने पगड़ी लगाई और पारंपरिक वस्त्र पहना इसके बाद टोकरी में धान बीज रखे और इनकी पूजा की गई। उल्लेखनीय है कि फसल की समृद्धि की कामना के लिए बीज छिड़कने के पूर्व यह रस्म जशपुर-सरगुजा क्षेत्र में की जाती है। छत्तीसगढ़ किसानों का प्रदेश है प्रदेश का हर किसान खेती किसानी की तैयारियों में जुट गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेश में बेहतर खरीफ फसल के लिए बीते दिनों कृषि विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक भी की। मुख्यमंत्री किसानों के सरोकार रखते हैं चूकि वे हमेशा खेती-किसानी से जुड़े रहे हैं, इसलिए उन्होंने समय पूर्व ही अधिकारियों को खाद बीज की पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को किसानों की जरूरतों के अनुरूप कृषि अदानों की व्यवस्था करने और टेक्नोलॉजी का अधिक प्रयोग करते हुए उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया था।
किसानों की मेहनत से धनवान बनेगा छत्तीसगढ़ – विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अपने गृह ग्राम बगिया स्थित निवास में ग्राम देवता और ईष्ट देवता की पूजा-अर्चना कर खेत में धान की बुवाई शुरू की। श्री साय ने अपने खेत में धरती माता की पूजा-अर्चना कर विधिवत रूप से बुवाई प्रारंभ की। उन्होंने प्रदेश के सभी अन्नदाताओं के अच्छे फसल के लिए कामना की।
अपने सोशल मीडिया हैंडल X में उन्होंने छत्तीसगढ़ी में लिखा है कि – “धान के कटोरा हमर छत्तीसगढ़, जिहां अन्नदाता उपजाथे किसम-किसम के धान, बेरा आ गए हे बोवारा के, किसान के मेहनत ले छत्तीसगढ़ बनही धानवान”
“आज अपन गांव बगिया म ग्राम देवता अउ ईष्टदेवता के पूजा-पाठ करके धान के बोवाई शुरू करेंव। माँ अन्नपूर्णा ले प्रदेश के जम्मो अन्नदाता के अच्छा फसल के बिनती करथंव। जय किसान, जय छत्तीसगढ़।“
बुवाई के बाद सीएम साय ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि – खरीफ का मौसम आ गया है, इसलिए खेती-किसानी का काम भी शुरू हो चुका है। प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी मैंने ईष्ट देवता और धरती माता की पूजा-अर्चना कर विधिवत रूप से धान की बुवाई की। मैं धरती माता से प्रदेश के सभी किसानों के लिए अच्छी फसल की कामना करता हूँ। छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है और यहाँ के मेहनतकश किसान धान की अच्छी पैदावार करते हैं। इन किसानों की तरक्की के लिए हमारी सरकार पूरी तरह समर्पित है। हमने किसानों से वादे के अनुरूप प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदा और प्रति क्विंटल धान का 3100 रुपए दिया। अंतर की राशि 13,320 करोड़ रुपए को 24 लाख 72 हजार किसानों को एकमुश्त दिया। प्रदेश के किसान अब आर्थिक समृद्ध हुए हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसान सम्मान निधि से देश भर के अन्नदाताओं को समृद्ध बनाया है। आज किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त जारी हो रही है। इसके लिए मैं प्रदेश के सभी किसानों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ।