बलौदा बाजार की घटना एवं लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन : बस्तर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कोरिया में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत धरना प्रदर्शन में शामिल हुये

बलौदा बाजार की घटना एवं लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन : बस्तर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कोरिया में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत धरना प्रदर्शन में शामिल हुये

June 18, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था तथा बलौदाबाजार की हिंसक घटनाये कलेक्टर पुलिस अधीक्षक कार्यालय को जलाये जाने के विरोध में तथा पवित्र जैतखंभ के तोड़फोड़ की हाईकोर्ट के जज से न्यायिक जांच की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाह्न पर प्रदेश के समस्त जिलों में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। राजधानी रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बस्तर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज तथा नेताप्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत कोरिया जिले धरने में शामिल हुये।

बस्तर में धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकारों और छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार के ऊपर कई गंभीर सवाल खड़े किये दीपक बैज ने कहा जहां भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है आज वह प्रदेश जल रहा है फिर हम बात करें मणीपुर की या फिर हरियाणा की और बात करें। दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी की सरकारों में इन राज्यों में आग फैलाने आग लगाने का ही कार्य किया है। 6 महीने की छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की विष्णु देव साय की सरकार ने छत्तीसगढ़ को भी आग के हवाले कर दिया बस्तर में धर्मांतरण को लेकर के बस्तर को जलाया जा रहा है। बस्तर में फिर से नक्सलवाद अपने चरम पर पहुंच गया है। वहीं बलौदा बाजार जैसी घटना देश के इतिहास में पहली बार घटित हुई है क्योंकि आज तक देश के इतिहास में कभी भी कलेक्टर और एसपी के कार्यालय को नहीं जलाया गया, परंतु बलौदा बाजार में प्रदर्शनकारियो की भीड़ में असामाजिक तत्वों के द्वारा कलेक्टर और एसपी के कार्यालय तथा सैकड़ो वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। सतनामी समाज के तीर्थ स्थल के साथ हुए छेड़छाड़ की घटना के बाद से ही सतनामी समाज में रोश था। सरकार ने आनन फानन में मामले की लीपापोती करने तीन लोगों को गिरफ्तार किया परंतु सतनामी समाज सरकार के इस रवैया से संतुष्ट नहीं था और लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा था। इस दौरान सरकार और समाज के बीच की कड़ी बनने का कार्य बीजेपी के नेता ही कर रहे थे। 10 तारीख को सतनामी समाज के प्रदर्शन स्थल पर टेंट से लेकर खाने तक की व्यवस्था का कार्य बीजेपी के नेताओं ने ही संभाला था परंतु एसपी कार्यालय कलेक्टर कार्यालय की आगजनी के बाद यह भाजपा के नेता लापता हो गए। लगातार विष्णु देव साय सरकार बलौदा बाजार में अपनी विफलता को छुपाने के लिए निर्दोष सतनामी समाज के लोगों को प्रताड़ित कर रही है। केवल सफेद रंग के कपड़े देखकर, सतनामी समाज का व्यक्ति देखकर निर्दोष लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डाल रही है परंतु इस पूरी घटना में मुख्य आरोपी आज भी सरकार की पकड़ से दूर है। आज कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश की भाजपा सरकार से बलोदा बाजार घटना की सीबीआई जांच की मांग करती है और निर्दोष लोगों को जो पुलिस ने पकड़ के रखा है उन्हें छोड़ने की मांग करती है तथा गिरौधपुरी एवं बलौदा बाजार के असल दोषियों को पकड़ने की मांग करती है साथ ही साथ हम पुलिस से भी या मांग करते हैं कि वह सार्वजनिक करें कि अब तक बलोदा बाजार की घटना में किन-किन लोगों पर कार्यवाही की है किन-किन लोगों को गिरफ्तार की है वह यह सूची जारी करें की इस घटना के लिए वह किन लोगों को दोषी मानती है जो आज भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। वर्तमान में एक दिवसीय धरना के माध्यम से हम यह मांग करते हैं यदि समय रहते विष्णु देव साय सरकार नहीं संभलेगी तो और भी उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। 

रायपुर में धरने को संबोधित करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब से राज्य में भाजपा की सरकार बनी है प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब हो गयी। भाजपा सरकार के राज्य में अपराधी बेलगाम हो गये है। नागरिकां और समाज का हौसला बनाये रखना और कोई घटना हो उससे पहले सख्ती से कार्यवाही करना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन भाजपा सरकार सभी पैमानों और बिंदु में असफल हुयी है। इसलिये भाजपा को सरकार में बने रहने का अधिकार नही है। यह साय सरकार छत्तीसगढ़ को संभाल नही पा रही है। बलौदाबाजार प्रकरण में बेकसूर लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। लेकिन आयोजनकर्ता, टेंट लगाने वाले, भोजन व्यवस्था वालों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है? वो पुलिस के नाक के नीचे बैठे है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर बात करते तो कोई रास्ता निकल जाता और जो जानकारी है उसको साझा करते। भाजपा में मंत्रियों के बीच गुटबाजी चल रहा है। एक दूसरे के बीच शीत युद्ध चल रहा है। यह सरकार की नाकामी है जो बलौदा बाजार में इतनी बड़ी संख्या में लोग पहुंचने वाले हैं यह जानकारी भी नहीं एकत्रित कर पाई। यह आईबी, एलआईबी तथा गोपनीय सूचना तंत्र की नाकामी है जो समय पर भीड़ को काबू नहीं कर पाई। सतनामी समाज के प्रदर्शन में कहीं ना कहीं भाजपा के द्वारा असामाजिक तत्वों को घुसाया गया और इन्हीं असामाजिक तत्वों के द्वारा आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जाँच हो। धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमीशन दिलाने वाला कौन था? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिये भोजन, मंच, पंडाल, माइक के लिए रुपयों की व्यवस्था किसने किया? इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले भीम आर्मी के लोगो की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? नागपुर से 250 से अधिक लोग आये थे वो कौन थे? सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखा था? भीड़ में लोग लाठी, डंडा लेकर आये थे प्रशासन क्या कर रहा था? उनको रोका क्यों नहीं गया? रैली की शुरुआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था उसके बावजूद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई? आम जनता के वाहन जलाये जा रहे थे लोगों को दौड़ा कर पीटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी? एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुये थे? घटना को रोकने के बजाय पलायन क्यों कर गये?

कोरिया में धरने को संबोधित करते हुये नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि बलौदाबाजार की घटना भाजपा राज में प्रदेश के माथे पर कलंक का टिका है। बलौदाबाजार हिंसा की घटना भाजपा विष्णुदेव साय सरकार की लापरवाही, नाकामी, लचर कानून व्यवस्था के कारण हुई है। सरकार को समाज के मांग अनुसार घटना की जांच कराया जाना चाहिए था, भाजपा सरकार अगर समय पर आवश्यक कदम उठाये होते तो ये घटना नहीं होती। जांच के नाम पर दोषी भाजपाइयों को बचाया जा रहा है, बलौदा बाजार की जनता भयभीत है, बेगुनाहो के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह प्रदर्शन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर प्रदेश के प्रत्येक जिलों में किये जा रहे है और प्रत्येक जिलों में आज दिनभर हम सब लोग जैतखाम के टूटने के बाद जो शासन ने अपने नीति अपनाकर किस ढंग से इस मुकाम पर पहुंचा दिया। सबको चिंता होने लगी। मई के महीने में गुरूबाबा घासीदास जी का प्रतीक जैतखाम को किसी भी बदमाश ने तोड़ा और समाज की मांग थी कि उसकी जांच हो जाये। जांच हुयी और उस जांच में 2 दैनिक मजदूर वहां नल बनाया करते थे, नल जल मिशन का और वह बिहार के रहने वाले है उनको पुलिस ने गिरफ्तार किया। पहली घटना को इतने हल्के में ही ऐसे छोड़कर, एक ऐसे समाज जो गुरूबाबा घासीदास जी पर पूरा विश्वास करता है जो हम सब के लिये एकता भाईचारा सौभाग्य प्रेम का प्रतिक है जिस जैतखाम को देखकर हम लोगो को बाबा जी की याद आती है, अपने पन की याद आती है, उनके त्याग की याद आती है। 

प्रदेश के सभी जिलों में बालोद फूलोदेवी नेताम, बलौदाबाजार विकास उपाध्याय, कोरबा शहर एवं ग्रामीण हरीश परसाई एवं राजकिशोर प्रसाद, दुर्ग शहर-ग्रामीण एवं भिलाई रविन्द्र चौबे, जांजगीर-चांपा डॉ. शिवकुमार डहरिया, सूरजपूर अमरजीत भगत, जशपुर उमेश पटेल, बीजापुर कवासी लखमा, जगदलपुर एवं बस्तर ग्रामीण मोहन मरकाम, बिलासपुर शहर एवं ग्रामीण जयसिंह अग्रवाल, कांकेर अनिला भेड़िया, रायगढ़ शहर एवं ग्रामीण डॉ. प्रेमसाय सिंह, गरियाबंद छाया वर्मा, धमतरी गुरूमुख सिंह होरा, महासमुंद राजेन्द्र तिवारी, कोण्डागांव बीरेश ठाकुर, दंतेवाड़ा राजमन बेंजाम, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई दलेश्वर साहू, सुकमा संतराम नेताम, कवर्धा भेलाराम साहू, सक्ति डॉ. रश्मि सिंह, बेमेतरा अरूण वोरा, राजनांदगांव प्रतिमा चंद्राकर, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी भुनेश्वर सिंह बघेल, नारायणपुर रेखचंद जैन, गौरेला पेण्ड्रा मरवाही शैलष पाण्डेय, मुंगेली आशीष छाबड़ा, बिलाईगढ़-सारंगढ़ विनोद चंद्रकार, बलरामपुर पारसनाथ राजवाड़े, मनेन्द्रगढ-चिरमिरी-भरतपुर गुलाब कमरो।