मोदी की गारंटी और विष्णुदेव साय के सुशासन में अपराधी और अपराध के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होगी – विधायक सुशांत शुक्ला

मोदी की गारंटी और विष्णुदेव साय के सुशासन में अपराधी और अपराध के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होगी – विधायक सुशांत शुक्ला

June 20, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा है कि मात्र 6 माह के कार्यकाल में ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश की भाजपा सरकार ने जनहित के बड़े-बड़े वादे पूरे किए हैं, जो हमने मोदी की गारंटी के तौर पर संकल्प रूप में व्यक्त किए थे। उन संकल्पों की पूर्ति का ही यह सुपरिणाम रहा है कि हाल के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जनादेश अर्जित किया है और आज हम यहां पर हैं। श्री शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार की इन उपलब्धियों पर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता विधवा विलाप करने पर आमादा हैं।

भाजपा विधायक श्री शुक्ला ने कहा कि 6 माह के अंदर प्रदेश की जनता ने अपने जनादेश दूसरी बार कांग्रेस को नकारा है। इससे तिलमिलाकर कांग्रेस के नेता अपनी जमीन बचाने के लिए बलौदाबाजार जैसी घटनाओं पर राजनीतिक रोटी सेंकने का धत्कर्म कर रही है। श्री शुक्ला ने कहा कि अपने शासनकाल में 5 साल तक अत्याचार और भ्रष्टाचार का शर्मनाक सिलसिला चलाकर छत्तीसगढ़ की जनता को लूटने-खसोटने में लगे रहे कांग्रेस नेताओं का अपना राजनीतिक और सत्तावादी अहंकार प्रदेश में आदिवासी नेता मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व वाली प्रदेश भाजपा सरकार को पचा नहीं पा रहा है। श्री शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस का यही राजनीतिक चरित्र रहा है कि वह न तो अपनी जीत पचा पाती है और न ही हार उसे हजम होती है। जीत की बदहजमी कांग्रेस को अमर्यादित आचरण की दिशा में ले जाती है तो हार की अपच से कारण वह अनर्गल बयानबाजी करके ओछी राजनीति करने लगती है। श्री शुक्ला ने कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार फैलाए जा रहे झूठ पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि 6 माह की भाजपा सरकार पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेसियों को अपने गिरेबाँ में झाँकना चाहिए। अपने शासनकाल में शराब, चावल, गौठान, कोयला, रेत, पीएससी, पीडीएस यानी सभी में कमीशनखोरी और घोटालों की सारी हदें पार कर चुकी कांग्रेस यह न भूले कि डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व वाले भाजपा शासनकाल में जिस छत्तीसगढ़ को सुशासन और विकास की तेज रफ्तार के लिए पहचाना जाता था, कांग्रेस और उसकी पिछली प्रदेश सरकार के धत्कर्मों के कारण ईडी और सीडी के नाम पर छत्तीसगढ़ की पहचान बनी। कांग्रेस को इस पर शर्म से गड़ जाना चाहिए।

भाजपा विधायक श्री शुक्ला ने कहा कि अपनी पिछली भूपेश सरकार की वादाखिलाफी, अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार पर चुप्पी साध लेने वाले कांग्रेसी यह भूल जाते हैं कि शिक्षक दिवस के दिन एक आदिवासी शिक्षिका के सामूहिक दुष्कर्म होना, रक्षाबंधन के दिन बहनों से सामूहिक अनाचार होना यह बताता है कि कांग्रेस राज में क्या कानून-व्यवस्था की कैसी दुर्दशा थी? 35 हजार से ऊपर की संख्या में छत्तीसगढ़ में आत्महत्या के ग्राफ पर क्या कांग्रेस नेताओं को अपनी सरकार के नाकारापन पर कभी शर्म महसूस नहीं होती? श्री शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस को अपने पुराने धत्कर्मों को ध्यान में रखना चाहिए कि उन्होंने 5 वर्षों में छत्तीसगढ़ को दिया ही क्या है? इसलिए कांग्रेस के नेता विधवा विलाप बंद करें और और छत्तीसगढ़ में वर्ग संघर्ष की राजनीति को बढ़ावा देना बंद करें। वर्ग भेद करके वर्ग संघर्ष की राजनीति करना कांग्रेस का राजनीतिक चरित्र है और उनके विचारधारा को पोषित करने की व्यवस्था रही है। श्री शुक्ला ने दो टूक कहा कि कांग्रेस के लोग यह बात गाँठ बांध लें कि मोदी की गारंटी और विष्णुदेव साय के सुशासन में अपराधी और अपराध, दोनों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होगी।

भाजपा विधायक श्री शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार को काम सम्हाले मात्र 6 माह हुए हैं। इसमें से भी तीन माह आचार संहिता में चले गए। इसके बावजूद घोषणा पत्र में किए गए बड़े-बड़े वादे विष्णु देव साय सरकार ने पूरे किए। कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक जमीन बनाने के लिए बलौदाबाजार में जो घटनाक्रम किया है, छत्तीसगढ़ की जनता इसके लिए कांग्रेस को कभी भी माफ नहीं करेगी। आज कांग्रेस कानून-व्यवस्था को लेकर हड़ताल कर रही है तो जरा 6 माह पहले के अपने कार्यकाल को याद कर ले जिसमें प्रत्येक दिन चार से ऊपर दुष्कर्म की घटनाएं होती थी और 6000 के आसपास दुष्कर्म पूरे 5 साल में कांग्रेस सरकार के राज में हुए। कांग्रेस सरकार से जनता इतनी हताश थी कि प्रतिदिन 27 मतलब 5 वर्ष में 35 हजार से ऊपर आत्महत्या की घटना हुई और प्रतिदिन 8 अपहरण 5 साल में 11600 से ऊपर अपहरण की घटनाएं हुई। श्री शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस शासन में रक्षाबंधन के दिन बहनों से अनाचार, शिक्षक दिवस के लिए आदिवासी शिक्षिका से बलात्कार के कर्मों का फल छत्तीसगढ़ में भोग रहे थे और इसीलिए जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस कानून व्यवस्था को लेकर कितना भी कोशिश कर ले जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है।