मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोनिया गाँधी से हुई बातचीत पर कटाक्ष करते हुए भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने कहा, भूपेश ने सोनिया गांधी को बताया होगा हमारी टूल किट के अनुसार यहां बढ़ने दे रहे है कोरोना
January 2, 2022समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोनिया गाँधी से हुई बातचीत पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि आज जब सोनिया गांधी ने उनसे कोरोना संक्रमण की तैयारियों के बारे में पूछा तो उन्होंने यही कहा होगा कि मैडम आप चिंता न करें, हमारी टूल किट के अनुसार हम यहाँ कोरोना बढ़ने दे रहे है।
भाजपा से श्री चंद्रकार ने कहा कि कोरोना वायरस के पहले और दूसरे चरण में भूपेश बघेल सरकार ने जो लापरवाही बरती, वही तीसरे चरण की आशंका के बावजूद बरती जा रही है। भूपेश बघेल सरकार ने दोनों चरणों में कोरोना वायरस को न्योता दिया और राज्य की जनता को मरने के लिए छोड़ दिया। उन्होंने पहले और दूसरे चरण में एहतियात के कोई कदम नहीं उठाए। सिर्फ घटिया राजनीति करते रहे। अब तीसरे चरण की आशंका के दौरान भूपेश बघेल ने किसी भी तरह के एहतियाती कदम नहीं उठाए हैं। कहीं कोई जांच पड़ताल नहीं हो रही है और नए साल के तामझाम के बीच उन्होंने कोरोना के फैलाव को खुला आमंत्रण दिया है।
श्री चंद्रकार ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने कोरोना की आशंका के मद्देनजर कोई भी पाबंदी नहीं लगाई और देर रात तक तमाम होटलों और अन्य ठिकानों पर लोगों का जमघट लगवाया। जब पूरी दुनिया और देश के तमाम राज्यों में कोरोना की रोकथाम के लिए कदम उठाए जा रहे हैं तब भूपेश बघेल राजनीतिक नौटंकी में व्यस्त हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को स्वास्थ संबंधी व्यवस्था के संचालन का कोई भी अधिकार नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री केवल नाम के मंत्री हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना का कोहराम छत्तीसगढ़ में कहर बरपा सकता है, इसमें कोई दो मत नहीं है।
श्री चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की हठधर्मिता की वजह से छत्तीसगढ़ की जनता की जान पर बन आई है। वह न तो खुद कुछ करते और न ही स्वास्थ्य मंत्री को करने दे रहे हैं। आलम यह है कि अभी छत्तीसगढ़ में 30 मरीज सामने आए थे। अब यह आंकड़ा 300 मरीज पर पहुंच गया है। यानी 10 गुना रफ्तार से छत्तीसगढ़ में कोरोनावायरस फैल रहा है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को केवल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से मतलब है। न एयरपोर्ट पर कोई जांच की जा रही है न अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगो का डेटा रखा जा रहा है ,न विदेशों से आने वाले लोगो पर नज़र है।