बृजमोहन मॉब लिंचिंग के अपराधियों को बचाने बयान दे रहे – सुशील आनंद शुक्ला

बृजमोहन मॉब लिंचिंग के अपराधियों को बचाने बयान दे रहे – सुशील आनंद शुक्ला

June 30, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल द्वारा माब लिचिंग में हुई हत्या को आत्महत्या बताये जाने की कांग्रेस ने कड़ी निंदा  किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा सांसद बृजमोहन अग्रवाल का बयान हत्यारों को संरक्षण देने वाला है। बृजमोहन जैसे वरिष्ठ राजनेता से इस प्रकार के बयान की अपेक्षा सभ्य समाज कदापि नहीं करता हैं। माब लिचिंग छत्तीसगढ़ के माथे पर कलंक है। इस घटना के आरोपियो पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्यवाही होनी चाहिये, न कि बयानबाजी कर अपराधियों को संरक्षण दिया जाये।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा की इस घटना में एक दर्जन से अधिक अराजक तत्वों ने पीट-पीट कर तीन लोगो की हत्या कर दिया है। दहशत गर्दो ने सरेआम कुछ लोगों पर लाठियों डंडो और धारदार हथियार से हमला बोला था जिनमे तीन की जान गयी। इस गंभीर आपराधिक मामले में पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ हत्या को मुकदमा 302 के तहत दर्ज करने के बजाय सदोष मानव बध का मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला हत्या का है सरकार हल्की धाराओं में कार्यवाही कर दहशत गर्दो को संरक्षण दे रही है। सांसद अपराधियों को बचाने गलतबयानी कर रहे है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के लोगों के संरक्षण में अराजक तत्व बेलगाम हो गये है। अपराधियों के हौसले बढ़ गये है। माब लिंचिंग से तीन लोगों की मौत राज्य के माथे पर कलंक का टीका है। इस प्रकार का गिरोह बनाकर कानून को हाथ में लेने का दुस्साहस ऐसे लोगों के पास कहां से आया? सरकार को इसका जवाब देना चाहिये। इस घटना से जुड़े लोग किस संगठन से जुड़े है? सरकार इसका खुलासा करे तथा इस प्रकार का गिरोह बाजी पर अंकुश लगाये।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि माब लीचिंग की इस घटना ने छत्तीसगढ़ के सर को शर्म से झुका दिया है। भाजपा सरकार से प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है। सत्ता रूढ़ दल के लोग सत्ता के दंभ में अपराधियों को संरक्षण दे रहे है। जिसका दुष्परिणाम है कि राज्य में 6 महीने में ही अपराध का गढ़ बन गया है। चोरी, डकैती, हत्या, लूट, बलात्कार, माफियाराज, तस्करी, जुआ-सट्टा, नशाखोरी के अवैध कारोबार के बाद अब माब लिंचिंग भी शुरू हो गयी है।