आवाज बदलने की कला का ऐसा उठाया अनुचित लाभ : सॉफ्टवेयर इंजीनियर से की 1.4 करोड़ की ठगी…पढ़ें पूरा मामला…!
July 9, 2024सायबर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय शातिर अपराधी पर बडी कार्यवाही : शादी कराने का झांसा देकर मल्टीनेशनल कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर से करोडों रूपये की ठगी करने वाला शातिर ठग 48 घण्टे के भीतर ही पुलिस की गिरफ्त में.
डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर के निर्देशन एवं श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के मार्गदर्शन में सायबर अपराध पर ’’प्रहार’’.
रेंज सायबर थाना बिलासपुर व ए.सी.सी.यू. बिलासपुर की संयुक्त कार्यवाही बाद पुलिस को मिली महत्वपूर्ण सफलता.
सॉफ्टवेयर इंजिनियर से परिचय बढाकर शादी का झांसा देकर ब्रेन-वॉश कर ठगी कर वसूले 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रूपये.
बैंक स्टेटमेंट एवं तकनीकी इनपुट के आधार पर पुलिस पहुँची शातिर अपराधी तक, पुलिस द्वारा करीब 35 से 40 बैंक खाते जांच के बाद किये गये है फ्रीज.
आरोपी रोहित जैन पिता रमेश चन्द्र जैन उम्र 33 वर्ष सा. कटरा बाजार जैन एजेन्सी वार्ड नं. 15 मैहर थाना मैहर जिला मैहर (म.प्र.).के विरूद्ध अपराध क्रमाँक 05/2024 धारा 420, 386, 34 भा.द.वि. एवं 66(डी) आई.टी एक्ट. हुआ पंजीबद्ध.
अपराध में शामिल प्रमुख तथ्य –
आरोपी जो स्कूल के समय से ही मिमिक्री करता रहा है, महिला, पुरूष साउथ इंडियन, फिल्मी कलाकारों की हुबहु नकल कर आवाज निकालने में माहिर है।
अपराध के उददेश्य से स्वयं ही महिला एकता जैन, महिला के मामा का लडका अंशुल जैन, जिला जज सुब्रमण्यम स्वामी हैदराबाद, प्रापर्टी टैक्स ऑफिसर रामकृष्णन चेन्नई, मोबाईल लोन एप रिकवरी एजेन्ट बॉस, आर.बी.आई. इन्स्पैक्टर विनित बनकर, किरदार गढ़ कर प्रार्थी को लिया झांसे में.
प्रत्येक किरदार निभाने के लिये किया उपयोग किया अलग-अलग कंपनी का सिम कार्ड.
आरोपी ठगी कर ऑनलाईन बैंटिंग एप डी-247 के एवीएटर, तीन पत्ती, रमी, क्रिकेट पर लगाता था दांव.
समदर्शी न्यूज़ बिलासपुर, 09 जुलाई 2024 : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी नितिन जैन निवासी सरकण्डा बिलासपुर जो प्राईवेट कंपनी पुणे में सॉफ्टवेयर इंजिनियर है ने सायबर थाना आकर स्वयं के साथ सायबर ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके साथ 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रूपये की ठगी हो गयी है। प्रार्थी के लिखित आवेदन-पत्र पर उपरोक्त अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
डॉ. संजीव शुक्ला पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर एवं श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा धोखाधड़ी व सायबर अपराधों की समीक्षा कर समस्त राजपत्रित अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये गये थे। इस निर्देश के पालन में एक विशेष टीम द्वारा आरोपियों का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारम्भ की गई, जिसमें आरोपी का आनलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई।
मामले की जांच के दौरान ज्ञात हुआ कि आरोपी रोहित अपने भाई के घर पुणे गया हुआ था, जहाँ उसकी मुलाकात जैन कॉलोनी में रहने वाले प्रार्थी नितिन जैन से हुई। आपसी परिचय बढने के बाद रोहित को नितिन जैन के विवाह हेतु लड़की की तलाश होने की जानकारी मिली। इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने प्रार्थी से संपर्क कर उसे विवाह योग्य लड़की से परिचय कराने की बात कही। प्रार्थी इसके बातों पर विश्वास कर लिया, तब आरोपी द्वारा प्रार्थी को 02-03 लडकियों की फोटो इन्टरनेट से निकालकर दिखाया गया, जिसमें से प्रार्थी ने एक लड़की काल्पनिक नाम एकता जैन को पसंद किया। तब आरोपी रोहित ने स्वयं के मोबाईल से प्रार्थी को आवाज बदलकर लडकी एकता जैन की आवाज में बात कर झांसे में लेना शुरू कर दिया, आरोपी ने लड़की की आवाज में कुछ दिन बात कर शादी के लिये राजी होकर ठगी करना प्रारम्भ कर दिया।
आरोपी द्वारा अपराध करने की गई थी निम्न काल्पनिक किरदारों की रचना –
काल्पनिक नाम एकता जैन – एकता जैन जिससे प्रार्थी के विवाह करने की बात तय हुई थी, आरोपी ने एकता के बीमार होने व अन्य आवश्यकता होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रूपये विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
एकता जैन का भाई अंशुल जैन – आरोपी ने एक नया सिम कार्ड खरीदकर एकता जैन का भाई अंशुल जैन बनकर नये आवाज में प्रार्थी से संपर्क कर अपनी बहन से विवाह की पारिवारिक सहमति दी, बातचीत के दौरान प्रार्थी को शेयर मार्केट में हानि होने, प्रापर्टी टेक्स पटाने, फैमली डिस्प्युट होने का हवाला देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रूपये विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
हैदराबाद के इंकम टैक्स जज सुब्रमण्यम – आरोपी ने पुणे जाकर एक नई कहानी बनाई, जिसमें लडकी एकता जैन के परिवार का हैदराबाद में प्रापर्टी होना बताया जिसकी बिक्री हेतु हैदराबाद जाना बताया। यहाँ नया सिम कार्ड खरीदकर प्रार्थी को हैदराबाद के इंकम टैक्स के जज सुब्रमण्यम की बदली हुई आवाज में मोबाईल पर संपर्क कर एकता के गिरफ्तार होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 20 लाख रूपये विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषणन – आरोपी ने एकता जैन का चेन्नई में भी प्रापर्टी का टैक्स जमा न होने के कारण एकता की गिरफ्तारी की संभावना बताकर चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषणन की बदली हुई आवाज में तमिल, हिन्दी, अंग्रेजी में प्रार्थी से करीब 15 लाख रूपये विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।
आर.बी.आई. अधिकारी विनित – आरोपी ने इसी प्रकार आर.बी.आई. अधिकारी विनित की बदली हुई आवाज में इन्स्टेन्ट लोन एप के माध्यम से रकम अदायगी न कर पाने के कारण तुम जांच एजेंन्सियों के सर्विलाँस में हो, पुलिस व ई.डी. अधिकारी तुम्हारे घर पर रेड करने वाले हैं, तुम दवाजा मत खोलना और स्वयं जाकर प्रार्थी के घर का दरवाजा खटखटाने लगा और प्रार्थी को भय हो गया कि पुलिस इसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। आरोपी स्वयं प्रार्थी के घर के नीचे खड़े होकर फोटो खिंचकर प्रार्थी को भेजता था कि तुम जांच एजेंसियों के सर्विलाँस में हो। प्रार्थी डर में आकर के करीब 20 लाख रूपये विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा दिया।
मामले में आरोपी रोहित जैन पिता रमेश चन्द्र जैन उम्र 33 वर्ष सा. कटरा बाजार जैन एजेन्सी वार्ड नं. 15 मैहर थाना मैहर जिला मैहर (म.प्र.) को मैहर से हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया। घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड फोन 02 नग की-पैड फोन 11 नग सिम कार्ड जप्त किया गया है। अपराध स्वीकार करने से आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया है।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर श्री उमेश कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं ए.सी.सी.यू. बिलासपुर श्री अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा श्री निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी ए.सी.सी.यू. एवं रेंज सायबर थाना बिलासपुर उपनिरीक्षक अजय वारे, सहायक उपनिरीक्षक सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, प्रधान आरक्षक विक्कु सिंह ठाकुर, आरक्षक चिरंजीव कमलेश, आरक्षक मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा है।