शासकीय राम भजन राय एनईएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय जशपुर में तीन दिवसीय वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का हुआ शुभारंभ

शासकीय राम भजन राय एनईएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय जशपुर में तीन दिवसीय वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का हुआ शुभारंभ

July 25, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ जशपुर, 25 जुलाई 2024/ जिला के विकासखंड जशपुर में स्थित शासकीय राम भजन राय एनईएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज डीएसटी,भारत सरकार, आईबीआईटीएफ, आईआईटी भिलाई के सौजन्य से पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ एवं शासकीय राम भजन राय एनईएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय जशपुर के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय “वित्तीय साक्षरता” विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया है।

कार्यकर्म में मुख्य अतिथि के रूप में शशि मोहन सिंह पुलिस अधीक्षक जशपुर‌ उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि हम महाविद्यालय में शिक्षा के साथ ही साथ अपने व्यक्तित्व विकास के लिए आते हैं और आज के समय में पैसा कमाना तो मुश्किल है लेकिन सबसे ज्यादा आज के समय में पैसा बचाना बहुत ही कठिन कार्य है और उन्होंने वित्तीय साक्षरता में साइबर सिक्योरिटी के विषय में बहुत ही विस्तृत और लाभकारी जानकारी दिए।

परिजात मिश्रा DSP ने भी वित्तीय साक्षरता संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम का उद्देश्य तभी सफल होगा जब आप इन जानकारी को अपने साथ-साथ सभी तक साझा करेंगे और इसको अपने जीवन में उतारेंगे।फिंनटेक परियोजना के डायरेक्टर डॉ.सुनील कुमेटी के मुख्य आतिथ्य में अतिथि वालेंटर भेंगरा एल डी एम जशपुर, सुश्री सुमेधा पवार जिला युवा अधिकारी कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित की अध्यक्षता में मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया ।

आयोजक सुनील कुमेटी के द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया की “वित्तीय साक्षरता” जैसे अभियान को भारत सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिले में जहां पर जनजातीय समुदाय निवासरत हैं ऐसे जगहों में “वित्तीय साक्षरता” पर कार्यशाला आयोजित कर जागरूक किया जा रहा है। जिससे जनजातीय क्षेत्र में वित्तीय प्रबंधन को लेकर लोगों में सजगता का भावना जागृत हो सके, उन्होंने कहा की वित्तीय प्रबंधन के घटक बचत, आय, व्यय, ऋण, इंश्योरेंस के प्रति प्रतिभागियों को तीन दिन के कार्यशाला में अलग-अलग विषय वक्ताओं के द्वारा जानकारी उपलब्ध कराया जाएगा।

वर्तमान समय को देखा जाए तो लोगों के जीवन में पैसे की बहुत बड़ी भूमिका है हर व्यक्ति पैसे के लिए काम करता है, जितना मेहनत से पैसा कमाया जाता है उससे ज्यादा जरूरी है उस पैसे का सही प्रबंधन बचाव, बर्ताव और सुरक्षा करने का, इसी के साथ कॉलेज प्रबंधन को कार्यशाला संपन्न कराने में योगदान देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। अगली कड़ी में पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से आये फिनटेक परियोजना के को-कोऑर्डिनेटर डॉ.टी.के. सिंह के द्वारा वित्तीय प्रबंधन को लेकर अपने उद्बोधन में कहा गया की वित्तीय अनिमियत्ता को रोकने के लिए वित्तीय व्यवहार की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है।

कार्यशाला की अध्यक्षता कर रही कॉलेज की प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने कहा की वर्तमान समय में वित्तीय साक्षरता बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है आज हर क्षेत्र में वित्तीय जानकारी का होना बहुत ही महत्वपूर्ण है सारे काम आज के समय में डिजिटल लेनदेन से संपन्न हो रहे हैं इसलिए हमें उनकी जानकारी होना और साथ ही सभी प्रकार की स्कीम के बारे में जानना भी बहुत जरूरी है,हमारा भारत देश वित्तीय संकट की दौर से गुजर रहा है, इसका कारण है की वित्तीय प्रबंधन को लेकर सजग नहीं होने से आज वर्तमान समय में अच्छे-अच्छे पढ़े लिखे लोग भी अपने मेहनत से कमाए हुए धन को आये दिन ऑनलाइन फ्रॉड में फंस कर एक लिंक को टच करके मेहनत की पूरी कमाई मिनटों में गंवा दे रहे हैं जो की बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है।

इससे बचने की जरूरत है। कार्यशाला के प्रथम कड़ी में विषय वक्ता के रूप में एल डी एम जशपुर ने अपने वक्तव्य में प्रतिभागियों को बताया कि हमारा जो क्षेत्र है वह अति पिछड़ा जनजातीय क्षेत्र है जहां पर निवासरत आमजन कम पढ़े लिखे हैं जिससे वो स्वयं जानकारी से वंचित रहते हैं और जानकारी के अभाव में अपने परिवार, गाँव के लोगों को पैसे के लेनदेन,वित्तीय प्रबंधन के बारे में जागरूक नहीं कर पाते हैं जिससे आए दिन ग्रामवासी ऑनलाइन फ्रॉड एवं कई प्रकार के ठगी के शिकार बन जाते हैं जिससे जीवन भर का कमाया हुआ धन एक झटके में लुटा देते हैं।

ऐसे समस्याओं के समाधान के लिए वित्तीय साक्षर होने की आवश्यकता है साथ ही वित्तीय साक्षरता की उद्देश्य एवं आवश्यकता पर अपना विचार व्यक्त किए , नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी ने भी वित्तीय लेनदेन संबंधित जानकारी छात्र-छात्राओं कार्यशाला में दी।कॉलेज के अध्ययनरत 50 विद्यार्थी शामिल होकर प्रशिक्षण ले रहे हैं।

कार्यशाला को सफल बनाने में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डाक्टर विजय रक्षित,को-कोऑर्डिनेटर प्रवीण कुमार सतपथी सहायक प्राध्यापक वाणिज्य एवं कार्यक्रम का मंच संचालन गौतम सूर्यवंशी सहायक प्राध्यापक इतिहास ने किया साथ ही जे.आर. भगत सहायक प्राध्यापक समाज शास्त्र, राठिया सर सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र लाइजिन मिंज सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी और संपूर्ण कार्यक्रम में सुश्री शालिनी गुप्ता अतिथि व्याख्याता समाजशास्त्र महाविद्यालय के छात्र हेमराज,सत्यपाल, वीरेंद्र सभी का सहयोग प्राप्त हुआ।