लोयोला कॉलेज कुनकुरी की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रेशमा जैन ने प्राप्त की पीएचडी की डिग्री

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समदर्शी न्यूज़ कुनकुरी, 25 अगस्त/ ज़ूलॉजी विभाग में पिछले कई वर्षों से अपनी सेवाएँ दे रहीं लोयोला कॉलेज कुनकुरी की असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ. रेशमा जैन ने अपनी शैक्षणिक यात्रा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने अपना शोध कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। डॉ. रेशमा जैन ने इस सफर के दौरान कई चुनौतियों का सामना करते हुए अद्वितीय धैर्य और संकल्प का परिचय दिया।

उनके शोध का विषय जैवविविधता और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित था, जिसमें उन्होंने विशेष रूप से विभिन्न प्रजातियों के व्यवहार और उनके संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों का अध्ययन किया। उनका यह शोध आधुनिक विज्ञान के दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है और आगे के अनुसंधानों के लिए एक ठोस आधार प्रस्तुत करता है।

डॉ. रेशमा जैन पिछले कई वर्षों से लोयोला कॉलेज कुनकुरी में अध्यापन कर रही हैं और अपने व्यावहारिक दृष्टिकोण, गहन ज्ञान और समर्पण के लिए छात्र-छात्राओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। उन्होंने अपने शिक्षण में हमेशा गुणवत्ता पर जोर दिया है, जिसके कारण उनके विद्यार्थी शिक्षा के प्रति अधिक जागरूक और प्रेरित रहते हैं।

कॉलेज के प्रधानाचार्य और अन्य स्टाफ सदस्यों ने डॉ. जैन को उनकी इस सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि यह कॉलेज के लिए गर्व का क्षण है। “डॉ. रेशमा जैन ने अपने शोध के माध्यम से न केवल स्वयं को बल्कि हमारे कॉलेज को भी एक नई पहचान दिलाई है। यह छात्रों और अन्य फैकल्टी के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत है,” प्रधानाचार्य ने कहा।

डॉ. जैन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने मार्गदर्शक, सहकर्मी और परिवार को दिया है। उन्होंने इस यात्रा को कठिन लेकिन सार्थक बताया और कहा कि “इस सफर में मेरे परिवार और सहकर्मियों ने जिस तरह का समर्थन दिया है, वह मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा।”

उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके व्यक्तिगत करियर को नई ऊँचाई मिली है, बल्कि यह लोयोला कॉलेज कुनकुरी के शैक्षणिक और अनुसंधान क्षेत्र में भी एक मील का पत्थर साबित होगी। भविष्य में इस शोध के परिणामस्वरूप कई नए अनुसंधानों को दिशा मिलेगी और छात्रों को भी इससे प्रेरणा प्राप्त होगी।

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