जशपुर में बच्चों के पोषण की स्थिति जानने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण, गड़बड़ी पर अधिकारियों ने की कार्यवाही

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समदर्शी न्यूज़ जशपुर, 30 अगस्त/ जिले में बच्चों का पोषण एवं सम्पूर्ण विकास सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देश पर राजस्व अधिकारियों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। जिसके तहत एसडीएम बगीचा ओंकार यादव ने ग्राम पंचायत सुलेसा में आंगनबाड़ी का निरीक्षण करते हुए वजन जांच कराते हुए भवन जर्जर पाया गया। जिसके लिए प्रतिवेदन भेज कर मरम्मत करवाने को कहा गया। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र भड़िया का भी औचक निरीक्षण किया। जहॉ अव्यवस्था पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। जांच के दौरान कुल दर्ज बच्चों में से कम बच्चे उपस्थित पाए गए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कोई भी पंजी को संधारित नहीं किये जाने के कारण उन्हें सख्त हिदायत भी दी गयी।

एसडीएम कुनकुरी नंदजी पाण्डेय ने ग्राम लोधमा गंझुपारा में निरीक्षण करते हुए बच्चों का वजन कराकर पोषणट्रेकर ऐप्प में एंट्री की जानकारी ली। एसडीएम पत्थलगांव आकांक्षा त्रिपाठी ने ग्राम पालीडीह एवं बरपारा का निरीक्षण किया गया। जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र बारपारा में बच्चों का वजन ऑनलाइन एंट्री से ज्यादा ही पाया गया एवं आंगनबाड़ी पालीडीह में समय से पूर्व आंगनबाड़ी केंद्र बन्द पाया गया।

नायब तहसीलदार दुलदुला ओंकार बघेल ने ग्राम सिरिमकेला के आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचकर  निरीक्षण करते हुए अनुपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के संबंध में जानकारी ली तथा पोषण ट्रैकर ऐप्प में एंट्री के विषय में सहायिका से जानकारी लेते हुए साफ-सफाई और उपस्थिति दुरुस्त करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके पश्चात भिंजपुर के आंगनबाड़ी केंद्र पहुंच उन्होंने आकस्मिक निरीक्षण किया। जिसमें सभी बच्चे उपस्थित पाए गए। भोजन एवं नाश्ते के संबंध में जानकारी लेते हुए मैनू की जांच करते हुए बच्चों का वजन किया गया।

नायब तहसीलदार आस्था चंद्राकर ने ग्राम कांसाबेल के आंगनबाड़ी केंद्र पहुंच निरीक्षण करते हुए एक बच्चे के मध्यम कुपोषित श्रेणी में जानकर ऊंचाई एवं वजन का माप किया गया। इसके अतिरिक्त गर्भवती महिलाओं एवं शिशुवती माताओं की पोषण ट्रैकर ऐप्प में एंट्री की जानकारी ली गयी।

नायब तहसीलदार मनीषा देवांगन ने आंगनबाड़ी केंद्र पाकरगांव का निरीक्षण करते हुए सभी बच्चों को निर्धारित समय तक आंगनबाड़ी संचालित करने हेतु निर्देशित किया। पोषण ट्रैकर एवं पंजियों की जांच कर उसमें सुधार करने हेतु निर्देश भी दिए। रेडी टू ईट वितरण के संबंध में कुछ हितग्राहियों को फोन द्वारा संपर्क कर पूछा गया। आंगनबाड़ी केंद्र रघुनाथपुर का निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के ना होने पर उपस्थित लोगों से चर्चा पर बताया गया कि आंगनबाड़ी भवन जर्जर हो गया है जिसे प्राथमिक शाला के अतिरिक्त कक्ष में संचालित किया जा रहा है। जिसपर उसका भी निरीक्षण किया गया।

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