छत्तीसगढ़ पुलिस ने अन्तर्राज्यीय गांजा तस्करी के बडे रैकेट का किया भांडाफोड़, अब तक प्रमुख सरगना सहित 8 आरोपियों को किया गिरफ्तार.
गाँजा तस्करी का वित्तीय जाँच करते हुए आरोपियों के बैंक अकाउंट को करवाया जा रहा है होल्ड.
राष्ट्रीय एजेंसी नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एवं अंतरर्राज्यीय सहयोग प्राप्त करते हुए अग्रिम विवेचना जारी.
समदर्शी न्यूज़ रायगढ़/रायपुर, 31 अगस्त / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा अवैध मादक पदार्थ के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देशानुसार बिलासपुर रेंज आईजी डॉ. संजीव शुक्ला एवं एसपी श्री दिव्यांग पटेल के मार्गदर्शन में बीते 28 अगस्त को रायगढ़ की जूटमिल पुलिस द्वारा कोड़ातराई के पास गांजा रेड की बड़ी कार्यवाही कर एक महिला सहित 05 आरोपी को पकड़ा गया था, जिनसे 175 किलो गांजा, एक अल्टो कार और एक छोटा हाथी पिक-अप वाहन (कुल 43 लाख रूपये की संपत्ति) जप्त किया गया था, गिरफ्तार मुख्य आरोपी संतराम खुंटे सक्ती (छ.ग.) और इनके साथियों से कड़ी पूछताछ की गई।
कार्यवाही का परिदृश्य –
आरोपियों से प्रारंभिक गिरफ्तारी के बाद गहन पूछताछ की गई और गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके कार्यप्रणाली की जानकारी एकत्र कर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर डॉ. संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन पर रायगढ़ पुलिस एवं बिलासपुर पुलिस की 5 अलग-अलग विशेष टीम बनाई गई, जिन्हें अलग-अलग लोकेशन में रवाना किया गया। पुलिस टीमों ने सूझबूझ और अपनी व्यावसायिक क्षमता का बखूबी परिचय देते हुए जिला बउत (ओडिशा), जिला बिलासपुर, ग्राम पिहरीद व ग्राम चारपारा जिला सक्ती (छ.ग.) में दबिश देकर गिरोह के संपूर्ण नेटवर्क को ध्वस्त किया।
बैकवर्ड एवं फॉरवर्ड लिंक –
(1) बैकवर्ड लिंक – ओडिशा में गांजा के उत्पादन इकाई से सप्लाई करने वाला – बयोमकेश खटवा जिला बउत (ओडिशा).
(2) गाँजा को उड़ीसा बॉर्डर से बिलासपुर जाँजगीर एवं अन्य जगह पहुँचाने वाला गिरोह – पूर्व में 28 अगस्त को 5 आरोपी गिरफ़्तार
(3) फॉरवर्ड लिंक – मुख्य ख़रीददार जो आस पास के क्षेत्र में गाँजा सप्लाई करता है – भागवत साहू पीहरीद सक्ती,
(4) फॉरवर्ड लिंक- छत्तीसगढ़ में आगे गांजा सप्लाई व फुटकर बिक्री हेतु गाँजा खपाने वाले- दीपक उर्फ नान्हू भारद्वाज सक्ती (छ.ग.).
आरोपियों के मेमोरेंडम पर अवैध गांजा कारोबार से मिले रकम से क्रय की गई आई-10 कार, सिलेरियो कार, 06 मोबाइल, नकदी रकम की जप्ती की गई है।
गिरोह का नेटवर्क, सप्लाई चैन, कार्यप्रणाली –
गाँजा तस्करों की टीम का मुख्य सरग़ना भागवत साहू है जो पिछले कई सालों से अवैध गाँजा ख़रीद-फ़रोख़्त का धंधा करता है, शुरुआती दौर में उड़ीसा के छोटे सप्लायर से 4-5 किलो गाँजा ख़रीद कर छत्तीसगढ़ में बेचा करता था। बाद में ओडिशा के एक बड़े गाँजा सप्लायर व्योमा उर्फ व्योमकेश से संपर्क होने पर बड़ी मात्रा में गांजा खरीद कर सुनसान जगह पर गाँजा अपनी गाड़ी में स्थांतरित कर अपनी टीम के आरोपी के घर में गांजा डम्प कर रखते थे और वहां से शुरूवात में 15-20 किलो गांजा निकाल कर अलग-अलग प्रदेश में सप्लाई करते थे फिर डिमांड अनुसार 1 क्विंटल, 2 क्विंटल गांजा की सप्लाई करने लगे थे। संतराम और भागवत ओडिशा पार्टी से गांजा खरीदी कर अपने साथियों के साथ रोड क्लीयर करते हुए आधे रास्ते तक आता था, ताकि पकड़ा ना जाये फिर आगे इसके दूसरे साथी गांजा लेकर अपने गुप्त ठिकानों में छिपाकर रखते और बिक्री करते थे। गिरोह ट्रांसपोर्टिंग के जरिए माल छत्तीसगढ़ और कई प्रदेश में गांजा की बिक्री करते थे। भागवत पिछले कई वर्षों से गांजा के अवैध कारोबार में संलिप्त है, जो अब तक पुलिस पकड़ में नहीं आया था।
28 अगस्त को जूटमिल, जिला रायगढ़ में गिरोह के 05 आरोपी पकड़े जाने के बाद बाकी सभी सतर्क हो गये, इनका पूरा चैनल गिरफ्तारी से बचने अपना-अपना मोबाइल बंद कर सभी संपर्क से कट गए थे। रायगढ़ पुलिस की एकाएक अलग-अलग स्थानों पर रेड की चौतरफा कार्यवाही में आरोपी दबोचे गए हैं।
मुख्य सप्लायर व्योमकेश से गहन पूछताछ करने पर कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिसमें उसने ज़िला बाउत उड़ीसा एवं उसके आसपास के ज़िलों के जंगलों में अवैध गाँजा उत्पादन के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। रायगढ़ पुलिस ने कार्यवाही से उद्धत सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को ओडिशा पुलिस एवं राष्ट्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के साथ साझा किया जा रहा है ताकि गाँजा के इस नेटवर्क को समूल नष्ट किया जा सके। रायगढ़ पुलिस गांजा तस्करी को पूर्णत: प्रतिबंधित करने इसी प्रकार की कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यवाही में शामिल अधिकारी व कर्मचारी – डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय, एसडीओपी खरसिया प्रभात पटेल, निरीक्षक राकेश मिश्रा, निरीक्षक मोहन भारद्वाज, उपनिरीक्षक गिरधारी साव, प्रधान आरक्षक सतीश पाठक, प्रधान आरक्षक कृष्णा गुप्ता, प्रधान आरक्षक लोमश राजपूत, प्रधान आरक्षक अमित तिर्की, साइबर सेल के राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, बृजलाल गुर्जर, आरक्षक – अभिषेक द्विवेदी, आरक्षक प्रशांत पंडा, आरक्षक महेश पंडा, आरक्षक आदिकांत प्रधान, आरक्षक विकास प्रधान, आरक्षक नवीन शुक्ला, आरक्षक सुशील यादव, आरक्षक जितेश्वर चौहान, आरक्षक रविन्द्र गुप्ता, आरक्षक लखेश्वर पुरसेठ, आरक्षक शशिभूषण साहू शामिल थे।
गिरफ्तार आरोपी (पूर्व में गिरफ़्तार पाँच आरोपी के अतिरिक्त) –
(1) भागवत साहू पिता हुलसराम साहू उम्र 36 साल निवासी ग्राम पिहरीद थाना सक्ती, जिला सक्ती.
(2) दीपक उर्फ नान्हू भारद्वाज पिता जगतराम 24 साल निवासी ग्राम पुरैना थाना खरसिया.
(3) व्योम उर्फ व्योमकेश खटुआ पिता संजीत खटुआ उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम गुडपडा थाना बांउसनी जिला बउत, ओडिशा.
जप्त संपत्ति –
आई-10 कार सीजी 11 BH-9507, सेलेरिओ कार सीजी 10 BS-1995, 06 मोबाइल, नकदी रकम – 7500 रूपये कुल – 17 लाख रूपये.
पूर्व जप्ती 175 Kg गांजा, 02 चार पहिया वाहन, जुमला जप्ती – 55 लाख रूपये।
महायोग – 8 आरोपी 72 लाख की सम्पति.
विशेष नोट – गिरोह को मदद करने, पुलिस की छापेमारी से बचाने व गोपनीय सूचनाएं आरोपी को देने वाले पुलिस आरक्षक-किशोर साहू ग्राम सकर्रा सक्ती (छ.ग.) को भी गिरफ़्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह द्वारा छत्तीसगढ़ के रायपुर में कुछ दिवस पूर्व Narcotics Control Bureau (NCB) की आंचलिक इकाई कार्यालय का ऑनलाइन उद्घाटन किया गया, इसका उद्घाटन करते हुए छत्तीसगढ़ में मादक पदार्थों के परिदृश्य पर समीक्षा बैठक भी ली गई थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 2047 में भारत की आज़ादी के शताब्दी वर्ष में नशामुक्त देश का संकल्प अब हर देशवासी का संकल्प बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशामुक्त भारत का संकल्प एक समृद्ध, सुरक्षित और वैभवशाली भारत के निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा था कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई को शिद्दत, गंभीरता और एक संपूर्ण रणनीति के साथ लड़ेंगे तो हम इस लड़ाई को जीत सकते हैं। उन्होंने कहा था कि भारत में नारकोटिक्स का अवैध व्यापार राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ जुड़ा हुआ है। ड्रग्स के अवैध व्यापार से अर्जित धन आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद को बढ़ावा देता है और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है। उन्होंने कहा था कि ड्रग्स से न सिर्फ देश की युवा पीढ़ी बर्बाद होती है, बल्कि देश की सुरक्षा भी कमज़ोर होती है। उन्होंने संपूर्ण नेटवर्क को मजबूती के साथ ध्वस्त करने की ज़रूरत पर बल दिया था। श्री शाह ने कहा कि जब तक हम पूरे नेटवर्क पर प्रहार नहीं करेंगे, तब तक एक नशामुक्त भारत के लक्ष्य को हम प्राप्त नहीं कर सकेंगे।