कुनकुरी में सनसनीखेज वारदात : नशा और क्रोध का खतरनाक मिश्रण, कुनकुरी में नाबालिग किशोर ने पैसा मांगने की बात पर कर दी अपने घर में सो रहे पड़ोसी को बांस डंडा से मारपीट कर हत्या
September 10, 202417 वर्षीय अपचारी बालक को संरक्षण में लेकर भेजा गया बाल संप्रेषण गृह, थाना कुनकुरी में अपचारी बालक के विरूद्ध भा.न्या.सं. की धारा 332(ख), 103(1) का अपराध दर्ज
समदर्शी न्यूज़ कुनकुरी/जशपुर (10 सितंबर) जशपुर जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र में एक 17 वर्षीय नाबालिग किशोर ने पैसे मांगने की बात पर अपने पड़ोसी की हत्या कर दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी नाबालिग किशोर को गिरफ्तार कर बाल संप्रेषण गृह भेज दिया है। किशोर नशा करने का आदी था और अक्सर पैसे के लिए अपने परिजनों और पड़ोसियों से मारपीट करता था।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि थाना कुनकुरी क्षेत्र के एक ग्राम का प्रार्थी उम्र 20 साल ने थाना कुनकुरी ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 09.09.2024 की रात्रि में 09ः30 बजे इसके 45 वर्षीय पिता अपने घर में सो रहे थे, उसी दौरान पड़ोस में रहने वाला 17 वर्षीय अपचारी बालक इसके घर में आया और गहरी नींद में सो रहे पिता से नशा करने के लिये पैसा की मांग करने लगा। घर में सो रहे प्रार्थी के पिता को वह उठाने की कोशिश किया, नहीं उठने पर आवेश में आकर बांस के डंडा से सिर, कनपटी में कई बार वार कर गंभीर चोंट पहुंचाया। मारपीट से चोटिल गंभीर अवस्था में पड़े प्रार्थी के पिता को परिजनों द्वारा उठाकर ईलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया, डाॅक्टर द्वारा चेक करने पर उसकी मृत्यू हो जाना बताये। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कुनकुरी में उक्त धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
गंभीर अपराध की सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी कुनकुरी द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही करते हुये चंद घंटों में प्रकरण के आरोपी अपचारी बालक को संरक्षण में लेकर थाना लाया गया एवं उसके पूछताछ करने पर उसके द्वारा उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया। अपचारी बालक के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बांस डंडा को जप्त किया गया। अपचारी बालक उम्र 17 वर्ष के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे दिनांक 10.09.2024 को बाल संप्रेषण गृह भेजा गया।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को संरक्षण में लेने पर थाना प्रभारी कुनकुरी उप निरीक्षक सुनील सिंह, स.उ.नि. ईष्वर प्रसाद वारले, प्र.आर. 323 रामानुजम पाण्डेय, प्र.आर. 16 ढलेष्वर यादव, आर. उकिल साय, आर. सुरेन्द्र माली इत्यादि का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।