पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्रकारों से चर्चा, कहा- पूर्व मंत्री मो. अकबर के खिलाफ एफआईआर सरकार का राजनैतिक षडयंत्र

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्रकारों से चर्चा, कहा- पूर्व मंत्री मो. अकबर के खिलाफ एफआईआर सरकार का राजनैतिक षडयंत्र

September 10, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ रायपुर,10 सितंबर/ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि पूर्व मंत्री मो. अकबर के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। यह दुर्भाग्य जनक है बिना जांच किये एफआईआर दर्ज किया गया है। इस मामले में मृतक ने थाने में जो आवेदन दिया है उसमें कहीं मो. अकबर का नाम नहीं है। पुलिस जिस सुसाईड नोट की बात कर रही है, उसमें भी मृतक के हस्ताक्षर नहीं है। बिना हैंड राईटिंग एक्सपर्ट की राय के बिना पत्र के हस्ताक्षर मिलाये कैसे एफआईआर दर्ज किया गया यह सरकार का षडयंत्र है।

बिना हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराए आप एफआईआर नहीं कर सकते। इतनी जल्दी कैसे कर ली जबकि दूसरे तरफ संतोष पटेल दोंदेकला निवासी धरसींवा विधान सभा वह सुसाइड नोट लिखकर मरा है। भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता आत्महत्या कर लिया उसके सुसाइड नोट सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहा है। उसके लिए कांग्रेस पार्टी ने भी और पटेल समाज ने भी धरना दिया। लेकिन आज तक के वह सुसाइड नोट सार्वजनिक नहीं हुआ। परिवार और मृतक के परिवार के लोग मांग रहे है उसको नहीं दिए तो इसका मतलब यह है कि आप निष्पक्ष नहीं हूं पुलिस को निष्पक्ष होकर काम करना चाहिए।

9 महीने में भारतीय जनता पार्टी के पास बताने के लिये कुछ नहीं है। सरकार के पास बताने के लिये कुछ नहीं है और न ही पार्टी के पास बताने के लिये कुछ नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद और विधायक खुद चिट्ठी लिखने लग गये है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल, सांसद विजय बघेल, विधायक पुरंदर मिश्रा चिट्ठी लिख रहे है। सरकार अपने सरकार से निराश हाथ लग रही है तो इनके पास बताने के लिये कुछ नहीं है और लोगो के ध्यान भटकाने के लिये है। पूर्व मंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ कार्यवाही, कभी मो. अकबर के खिलाफ कार्यवाही, कभी डॉ. शिवकुमार डहरिया और देवेन्द्र यादव के खिलाफ कार्यवाही करते है। यह हमारे कांग्रेस नेता के कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर करने का और जेल भेजने और गिरफ्तार करने और उसके खिलाफ मीडिया में चलाने यह भाजपा सरकार का काम हैं।

सरकार द्वारा धान खरीदी के लिये लोन लेने पर उन्होंने कहा कि पहले कहते थे केन्द्र धान खरीदती है अब क्यों लोन ले रहे? पहले झठ बोले थे या अब झूठ बोल रहे है। राज्य सरकार जो मार्कफेड को गांरटी देती है और मार्कफेड उसी के आधार पर लोन देती है बैंक से, बाजार से लोन देती है। धान खरीदती है राज्य सरकार और मीलिंग करने बाद उसको केन्द्र सरकार को देती है। केन्द्र सरकार तय करती है कि वो कितना टन चावल लेंगे। भारतीय जनता पार्टी फस चुकी है कि 37000 करोड़ धान खरीदी का कर्ज ले रहे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानो पर उन्होंने कहा कि भाजपा को बुरा लगता है राहुल गांधी देश की बेरोजगारी की बात करते है। अब तक का सबसे दुर्भाग्यजनक बात तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उन्होंने कहा विदेश की धरती में जाकर मेरा दुर्भाग्य है कि भारत में पैदा हुआ इससे ज्यादा भारत विरोधी कोई दूसरा बयान मिल सकता है। इससे बड़ा बयान दूसरा नहीं हो सकता है जो बोलते हैं कि इस मिट्टी में पैदा होना उनका दुर्भाग्य था जिस मिट्टी ने उसको मुख्यमंत्री बनाया प्रधानमंत्री बनाया उसके बारे में सब भारत भूमि में तो देवता भी जन्म लेने के लिए तरसते हैं जहां वे प्रधानमंत्री ये बोलते हैं कि मेरा दुर्भाग्य उसके बारे में विष्णु जी हो और कोई भी हो।