बिलासपुर पुलिस ने अपील जारी कर ऑनलाइन ठगी से किया सावधान : सायबर थाना बिलासपुर में अपराध दर्ज कर की जा रही ऑनलाईन ठगी के दो प्रकरणों की सघन जाँच.

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समदर्शी न्यूज़ बिलासपुर, 28 सितंबर / वर्तमान में हो रही ऑनलाइन ठगी के प्रति सावधान करते हुए बिलासपुर पुलिस ने अपील जारी कर ठगी के प्रकरणों की जानकारी सार्वजनिक की है और इस प्रकार की ठगी से बचाने के साथ साथ ठगी का शिकार होने पर पुलिस सहायता लेने की प्रक्रिया से भी अवगत कराया है।  

पहले प्रकरण में प्रार्थिया बिशाखा डे निवासी मित्र विहार कॉलोनी लिंक रोड थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर की दिनाँक 27 सितंबर 2024 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिनाँक 12 सितंबर 2024 को उसके मोबाईल पर अज्ञात व्यक्ति स्वयं को मुम्बई पार्सल ऑफिस का ऑफिसर बताकर एक बुक्ड पार्सल जिसे मुम्बई से दुबई के लिये बुक किया गया था, पार्सल कैंसल होना एवं उपरोक्त पार्सल में पुलिस वर्दी, ए.टी.एम. कार्ड, कीटामीन नामक ड्रग्स मिलना जिसे मुम्बई कस्टम डिपार्टमेंट द्वारा जप्त कर लेना बताकर प्रार्थिया को गिरफ्तारी का भय दिखाकर एवं विभिन्न प्रकार के नारकोटिक्स एवं मनी लांड्रिंग के मामले में नाम डालकर भयभीत कर प्रार्थिया को ऑनलाईन ठगी कर धोखाधडी कर कुल 61,93,720 रूपये ठग लिये। रिपोर्ट पर सायबर थाना बिलासपुर में धारा 318(4) 3(5) बी.एन.एस. एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट के अधीन आपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही है।

इसी प्रकार प्रार्थी नीरज कुमार सिंह निवासी विवेकानन्द नगर तोरवा थाना तोरवा जिला बिलासपुर का दिनांक 14 सितंबर 2024 को रिपोर्ट दर्ज कराया था कि दिनाँक 13 सितंबर 2024 को इसके मोबाईल पर अज्ञात व्यक्ति स्वयं को मुम्बई सी.बी.आई. ऑफिसर बताकर प्रार्थी पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग व मनी लांड्रिंग का केस लगा होना बताकर विभिन्न प्रकार के फर्जी कार्यालयीन दस्तावेज तैयार कर फर्जी रबर स्टाम्प लगाकर प्रार्थी के मोबाईल व्हाट्सएप पर ही भेजकर प्रार्थी के विरूद्ध गंभीर मामला दर्ज होने एवं गिरफ्तार हो जाने के भय में डालकर प्रार्थी से ऑनलाईन ठगी कर धोखाधडी कर कुल 16,50,047/- रूपये ठग लिये। रिपोर्ट पर सायबर थाना बिलासपुर में धारा 318(4), 3(5) बी.एन.एस. एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट के अधीन आपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही है।

उक्त दोनों मामलों में साइबर ठगों ने प्रार्थियों को उनके अकाउंट में जमा सभी पैसों को  मनी लांड्रिंग से संबंधित होना बताया गया। प्रार्थियों के खाते में जमा सभी पैसों की जाँच करने के नाम पर ठगों के द्वारा आरबीआई अधिकारी/ सीबीआई अधिकारी/पुलिस अधिकारी बनकर सभी पैसों को उनके द्वारा बताये गये खाता में डलवा कर उनसे ठगी की गई।

इसी प्रकार फॉरेन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के नाम पर पर लागातार लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। कम समय में अधिक लाभ कमाने के लालच में अपने पैसे ठगों के द्वारा बनाये गये ऐप में निवेश करते जाते हैं। एप के माध्यम से मुनाफ़ा दिखाई भी देने लगता है, लेकिन वह सब झूठा होता है। मुनाफा दिखने के बाद उस राशि को आप निकल नहीं सकते हैं। रुपये निकलने की कोशिश के लिए आपसे जीएसटी सहित तमाम तरह से और रुपये मांगे जाते हैं। राशि नहीं देने पर आपको ग्रुप से हटा दिया जाता है और डाउनलोड किए एप पर बैलेंस जीरो नजर आने लगता है। आपसे ठग सभी संपर्क खत्म कर देता है।

सायबर ठग आये दिन नये-नये तरीकों के माधयम से आम जनता से धोखाधडी करने का प्रयास करते है – कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर पीड़ित को मनी लांड्रिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, अवैध पार्सल जिसमें अवैध मादक पदार्थ एवं अन्य अवैध वस्तुए पाये जाने की झुठी जानकारी, गंभीर मामले में प्रकरण दर्ज होने व गिरफ्तारी का भय दिखाकर विभिन्न प्रकार के फर्जी कार्यालयीन दस्तावेज तैयार कर फर्जी रबर स्टॉम्प लगाकर प्रार्थी के मोबाईल व्हाट्सअप पर ही भेजकर प्रार्थी से ऑनलाइन ठगी का प्रयास करते है ऐसे कॉल से सावधान रहे।

तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें.

हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है.

https://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं.

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