रायगढ़ पुलिस ने 72 घंटों में सुलझाई ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी : हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा गया न्यायिक रिमांड पर.
September 30, 2024एडिशनल एसपी, दो डीएसपी एवं 30 कर्मचारियों के साथ गठित की गई थी विशेष टीम.
आसान रूपयों (easy money) के लालच में आरोपी ने योजना बनाकर की थी वृद्ध की नृशंस हत्या.
आरोपी से घटना में प्रयुक्त वायर कटर, गमछा, चुराए रुपए, डीवीआर सहित महत्वपूर्ण साक्ष्य जप्त.
समदर्शी न्यूज़ रायगढ़, 30 सितंबर / जूटमिल पुलिस ने बाजीराव पारा में हुए एक वृद्ध व्यक्ति के नृशंस अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस महानिरीक्षक डॉ.संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के कुशल नेतृत्व में थाना जूटमिल, साइबर सेल स्टॉफ के साथ गठित टीम ने इस जटिल हत्याकांड का शीघ्र ही सटीकता से खुलासा किया।
घटना का विवरण –
बीते 26 सितंबर की सुबह थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक मोहन भारद्वाज को सूचना मिली थी कि बाजीराव पारा गंधरी पुलिया के पास रहने वाले रमेश तिवारी उर्फ बब्बू महाराज (62 वर्ष) की उसके घर पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गई है। सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा कर अपने स्टॉफ के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के साथ एडिशनल एसपी, हेडक्वार्टर डीएसपी तथा साइबर सेल डीएसपी, साइबर सेल की टीम भी मौके पर पहुंची। मौके पर फोरेंसिक एक्सपर्ट, फिंगर प्रिंट्स की टीम और डॉग स्क्वाड द्वारा घटना-स्थल का निरीक्षण कराया गया। मृतक के घर काम करने वाली बाई – श्रीमती साधमती यादव (60 वर्ष) निवासी मौदहापारा, जूटमिल ने बताया कि रोजाना की तरह सुबह 8:00 बजे बब्बू महाराज के घर काम करने पहुंची तो सामने आंगन का गेट भीतर से बंद था, तब पड़ोसियों की मदद से घर में प्रवेश करने पर पता चला बब्बू महाराज की हत्या हो चुकी है। पुलिस टीम द्वारा घर के सभी कमरों की बारीकी से तलाशी ली गई, जिसमें घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर और मॉडेम गायब मिला, आरोपी द्वारा साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से निकाल ले गया था। शव का पोस्टमार्टम कराकर शॉर्ट पीएम रिपोर्ट प्राप्त कर थाना जूटमिल में अज्ञात आरोपी पर हत्या और साक्ष्य छिपाये जाने का (अपराध क्रमांक 420/2024 धारा 103(1), 238 BNS) अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस की सघन जांच –
एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल द्वारा एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम के नेतृत्व में हेडक्वार्टर डीएसपी अखिलेश कौशिक, साइबर डीएसपी अभिनव उपाध्याय, थाना प्रभारी जूटमिल के साथ साइबर सेल, थाना जूटमिल और दीगर थाना स्टॉफ की अलग-अलग टीम बनाई गई, सभी को अलग-अलग कार्यों में लगाया गया। गठित टीम द्वारा पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन पर घटना-स्थल सुरक्षित रखकर सिलसिलेवार तरीके से संदेहियों से पूछताछ, घटना-स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर सभी एंगल पर हत्याकांड की जांच की जा रही थी। घटना-स्थल से गायब डीवीआर को तलाशने के लिए पुलिस टीम द्वारा मृतक के घर के पीछे रेलवे ट्रैक के दोनों ओर काफी खोजबीन की गई तथा नाला और आसपास सफाईकर्मियों की मदद से डीवीआर की खोजबीन जारी रखे हुए थी।
आरोपित की योजना और तरीका ए वारदात –
आरोपी ने बताया कि उसे जानकारी थी कि बब्बू महाराज लोगों को रूपए उधार में देता था, इसलिये बब्बू महाराज के पास काफी रूपए होने का अंदेशा हुआ और इनसे रूपए चुराने का योजना बनाकर घटना दिनांक 25 सितंबर के शाम करीब 7:30 बजे बब्बू महाराज के घर के पीछे के दरवाजे को तोड़कर घुसा और घर के आखरी वाले कमरे के नीचे पलंग में जाकर छिप गया था। बब्बू महाराज रात करीब 9:00 बजे आए, खाना बनाये और खाकर लेटा हुआ था, रात्रि करीब 11:45 बजे मौका देखकर आरोपी दीपक यादव ने ड्रेसिंग टेबल के दराज (प्लाई लकड़ी का) निकाल कर सोए अवस्था में बब्बू महाराज के सिर पर वार किया, जिससे बब्बू महाराज जग गया और दोनों के बीच काफी संघर्ष हुआ, आरोपी ने कुर्सी से चोट पहुंचाया और अंतत: गमछा से फंदा बनाकर बब्बू महाराज का गला में खींचकर हत्या कर दिया और फिर तकिया के नीचे रखे चाबी से अलमारी को खोलकर अलमारी में रखे ₹10,500 चोरी किया। मकान से जाते समय कमरे से डीवीआर वायर को कटर से कटकर डीवीआर और मॉडेम को थैले में लेकर मृतक के घर के पीछे रेल पटरी के किनारे घास के बीच में डीवीआर, मॉडेम के थैले को छुपा कर रखना बताया। पुलिस ने आरोपी के मेमोरेंडम पर डीवीआर, मॉडेम थैले की जप्ती की है तथा आरोपी से चुराई रकम ₹10,500 और घटना में प्रयुक्त गमछा, घटना के समय पहने कपड़े बरामद किए गए हैं। आरोपी दीपक यादव पिता स्व. मिलाऊ राम यादव उम्र 41 साल निवासी बाजीराव मोदहापारा थाना जूटमिल, जिला रायगढ़ को हत्या के अपराध में गिरफ्तार का न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस टीम की भूमिका –
एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन कुशल मार्गदर्शन पर इस जटिल और चुनौतीपूर्ण हत्याकांड का सफलतापूर्वक समाधान करने में पुलिस की टीम ने अत्यंत सराहनीय कार्य किया है। ब्लाइंड मर्डर के खुलासे में एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, डीएसपी अखिलेश कौशिक, डीएसपी अभिनव उपाध्याय, निरीक्षक मोहन भारद्वाज, उप निरीक्षक गिरधारी साव, प्रधान आरक्षक सतीश पाठक, प्रधान आरक्षक कृष्ण कुमार गुप्ता, प्रधान आरक्षक रामनाथ बनर्जी, प्रधान आरक्षक खीरेंद्र जलतारे, प्रधान आरक्षक दिलदार कुरैशी, प्रधान आरक्षक शिव वर्मा, आरक्षक विकास सिंह, आरक्षक तरुण महिलाने, आरक्षक सुशील यादव, आरक्षक जितेश्वर चौहान, आरक्षक नरेश रजत, आरक्षक लखेश्वर पुरसेठ, आरक्षक शशि भूषण साहू, आरक्षक बंसी रात्रे तथा साइबर सेल के प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह, प्रधान आरक्षक बृजलाल गुर्जर, प्रधान आरक्षक रेणु मंडावी सिंह, आरक्षक धनंजय कश्यप, आरक्षक रविंद्र गुप्ता, आरक्षक प्रशांत पंडा, आरक्षक महेश पंडा, आरक्षक पुष्पेंद्र जटवार, आरक्षक जगमोहन ओग्रे, आरक्षक विकास प्रधान, आरक्षक विक्रम सिंह, आरक्षक नवीन शुक्ला, आरक्षक प्रताप बेहरा, आरक्षक परमानंद पटेल, आरक्षक सुदर्शन पांडे (छसबल), महिला आरक्षक मेनका चौहान और धनुर्जय चंद बेहरा (पुसौर), उत्तम सारथी (कोतवाली), अखिलेश कुशवाहा (कोतरारोड़) सहित थाना जूटमिल, साइबर सेल के अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।