जशपुर : विशेष पिछड़ी जनजाति की बेटी आकांक्षा रानी ने किया कमाल, राष्ट्रीय स्तर पर किया प्रतिनिधित्व, अंडर-19 बीसीसीआई टी 20 ट्रॉफी में बनाई जगह

जशपुर, 18 अक्टूबर/ क्रिकेट का जुनून भारत में ही नहीं बल्कि भारत के प्रत्येक राज्य और जिले में देखी जा सकती है। इस जुनून में जशपुर की बेटियॉ भी नजर आ रही हैं। जशपुर की बेटियां ना सिर्फ राज्य अपितु राष्ट्रीय स्तर पर जिले का परचम लहराने लगे हैं।

ऐसे ही कहानी जशपुर की क्रिकेट खिलाड़ी आकांक्षा रानी की है। जो विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय से है। आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अंडर-15 में बीसीसीआई ट्रॉफी खेल चुकी है। इस बार आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अभी अंडर-19 में बीसीसीआई टी20 ट्रॉफी खेलने के लिए आई है। जिसमें खेलते हुए आकांक्षा रानी ने छत्तीसगढ़ की ट्रैफ से सबसे ज्यादा रन बनाया है।

आकांक्षा रानी जशपुर जिले में संचालित प्री मैट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला में पदस्थ छात्रावास अधीक्षिका पंडरी बाई की पुत्री है। उनकी माता अधीक्षिका पंडरी बाई ने बताया कि उनकी बेटी आकांक्षा रानी जब छोटी थी तब उन्होंने उसकी रुचि क्रिकेट में देखी और उसे अच्छे स्तर पर कोचिंग दिलाई और उसने राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल की। फिर जब उन्होंने अपने छात्रावास की बच्चियों की ओर देखा तो सभी में अपनी बेटी के समान ही छुपी प्रतिभा को पाया और ठान लिया की वो उन बच्चियों के लिए भी एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगी।

उन्होंने आगे बताया कि उसके बाद उन्होंने छात्रावास में ही अभ्यास पिच का निर्माण करवाया, फिर बच्चों के लिए बेहतर क्रिकेट सामग्रियां भी ली और अपनी बेटी एवं उसके कोच के माध्यम से बच्चियों की ट्रेंनिग चालू की। जल्द ही इसका परिणाम सामने आने लगा एक एक कर छात्रावास की सभी बच्चियों की प्रतिभा बाहर आने लगी और प्री मेट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला की 03 बालिकाओं का चयन अम्बिकापुर में आयोजित राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024-25 महिला अंडर-17 में अच्छे प्रदर्शन के द्वारा रजत पदक प्राप्त करते हुए राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के अंडर-17 दल में हो गया है। चयनित खिलाड़ियों में एंजल लकड़ा, झुमुर तिर्की और वर्षा बाई शामिल है। जो आगामी महिला अंडर-17 राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता 2024-25 में सम्मिलित होगें।

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