जशपुर के स्काउट गाइड्स इस पांच दिवसीय शिविर में सीख रहे हैं आपदा प्रबंधन और जीवन रक्षण.
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी पत्नी श्रीमती कौशल्या साय जी के मुख्य आतिथ्य में हुआ आयोजन.
जशपुर/कुनकुरी, 8 नवंबर / भारत स्काउट गाइड्स का द्वितीय सोपान शिविर विकासखंड कुनकुरी और जिला स्तरीय तृतीय सोपान शिविर दिनांक 06 नवंबर 2024 से 10 नवंबर 2024 तक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल नारायणपुर में आयोजित है। इस शिविर में जिले के 37 विद्यालय से 207 गाइड और 134 स्काउट और उनके शिविर संचालन हेतु 22 स्काउटर गाइडर शिविर प्रभारी के निर्देशन में यह कार्यक्रम संपन्न हो रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी पदेन जिला आयुक्त भारत स्काउट गाइड जिला संघ जशपुर पी.के. भटनागर के निर्देश से प्रारंभ हुआ है।
दिनांक 07 नवंबर 2024 को द्वितीय दिवस के दिन स्काउट्स गाइड्स को दिन भर प्रशिक्षकों द्वारा स्काउट्स के नियम, प्रतिज्ञा प्रार्थना, शिविर ज्वाल गीत, बीपी 6, ध्वज शिष्टाचार, आपदा प्रबंधन जीवन रक्षण कौशल और भी विषय से संबंधित जानकारी बताई गई। संध्याकालीन कैंप फायर के समय सभी शिविरार्थियों को आशीर्वचन प्रदान करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री महोदय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय जी का मुख्य आतिथ्य प्राप्त हुआ। उनको जनरल सैल्यूट के माध्यम से मंचासीन किया गया। शिविर ज्वाल गीत और मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया। उनके साथ जिला शिक्षा अधिकारी पी.के.भटनागर, विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री सी.आर.भगत, प्राचार्य श्री मति अगस्टीना तिग्गा, संतोष सहाय मंडल अध्यक्ष, अनीता सिंह डीडीसी, संतोषी बंदे ग्रामीण महिला अध्यक्ष, पूर्व बीडीसी रामकृत नायक, युवा साथी राहुल बंग, अभिषेक पूरी, विकास कुमार नागदेव, अरुण महंती, गोपाल यादव उपस्थित रहे।
स्काउट्स गाइड्स के द्वारा कैंप फायर के समय अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम का मंचन किया गया। शिविरार्थियों के उत्साह को देखकर मुख्य अथिति महोदया साय मैम द्वारा उनको जीवन में अच्छे कार्य करने, माता पिता की बात मानने, गुरुजनों के साथ रहकर जीवन जीने की कला सीखने, जैसी बातों को बताकर बच्चों को जीवन में अच्छे कार्य करने, देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने, खुद को हर परिस्थिति में मजबूत करने का संदेश दिया। विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बच्चों को इस पांच दिवसीय शिविर में पूर्ण रूप से सहयोग करने की बात कही। बच्चों में आत्मविश्लेषण करने का गुण, उनमें शारीरिक मानसिक भावनात्मक विकास, सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा करना, प्रकृति प्रेम, पशु पक्षी से प्रेम करना उनका संरक्षण करने में भूमिका अदा करना। स्वयं में स्वच्छ और अच्छी आदतों को विकसित कैसे करना है, यह प्रशिक्षकों द्वारा बताया गया। पूरे शिविर के आयोजन के संचालन के लिए प्रशिक्षण आयुक्त अनिता तिग्गा, जिला संगठन आयुक्त टुमनू गोसाई डीटीसी फादर आनंद उपस्थित रहे।
स्काउटर गाइडर उत्तम यादव, हेमंत पैंकरा, गुलाब चंद पैंकरा, महेंद्र कुमार टंडन, अभिषेक कुमार नागिया, संतोष किस्पोट्टा, अमित कुमार जैन, मधु कुमार ध्रुव, धनेश्वर साय, हेमंत प्रजापति, शांता मांझी दीप्ति प्रजापति, संजय समीर मिंज, वंदना पैंकरा, दुर्गेश्वरी राठिया, सोनम लकड़ा, विमला तिर्की का सहयोग रहा। पूरे शिविर के दौरान सर्विस के लिए संजना बाई, मनीषा बाई, जयंती बाई, मीना प्रजापति, आशुतोष भगत, सुहैल खान, मनोबल साय बैगा, निशांत साय अपने दायित्व को पूर्ण ऊर्जा के साथ निभा रहे हैं, इनका योगदान सराहनीय हैं।