धान खरीदी में ज्यादा धान तुलवाने की खबरों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा किसानों का धान लूट रही है छत्तीसगढ़ की लुटेरी सरकार

धान खरीदी में ज्यादा धान तुलवाने की खबरों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा किसानों का धान लूट रही है छत्तीसगढ़ की लुटेरी सरकार

January 19, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने धान खरीदी में ज्यादा धान तुलवाने की खबरों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ की लुटेरी सरकार किसानों को लूट रही है। एक जमाने में किसान का धान पानी में डुबो डुबोकर देखने वाली कांग्रेस पंद्रह साल तक डूबी रही। किसानों को छलकर सत्ता में आई कांग्रेस की सरकार अब तीन साल से किसानों से धोखाधड़ी और लूट कर रही है। किसानों के हमदर्द होने का ढोंग करने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य के किसानों का शोषण कर रहे हैं और उत्तर प्रदेश के किसानों के मसीहा बनने का फितूर उनके सिर पर सवार है। जबकि वहां कांग्रेस अपने अस्तित्व के संकट से उबर नहीं पा रही है। भूपेश बघेल यूपी में छत्तीसगढ़ मॉडल की नुमाइश कर रहे हैं और इधर किसानों से अतिरिक्त धान तुलवाकर उन्हें लूटा जा रहा है। भूपेश बघेल का यही मॉडल है जो छत्तीसगढ़ के किसान भुगतने मजबूर हैं।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साय ने अम्बिकापुर जिले में किसानों से 600 ग्राम धान अधिक लेने की शिकायत पर कहा कि इसके पहले कई जगह से शिकायत मिल रही थी कि एक किलो धान ज्यादा लिया जा रहा है। इसके अलावा आरटीओ की अवैध वसूली की शिकायत भी मिली तो कांग्रेस बताए कि क्या यह यूपी चुनाव के लिए भूपेश टैक्स है या दीदी फंड?

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि हर साल धान खरीदी से बचने के लिए भूपेश बघेल बहानेबाजी करते हैं। बारदाने की कमी बताकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हैं जबकि भाजपा द्वारा चेताने के बाद भी समय रहते वे बारदाने के लिए इंतजाम नहीं करते। एक नवम्बर से धान खरीदी के लिए बैलगाड़ी पर सवार होकर विधानसभा पहुंचने वाले अब एक नवम्बर से धान खरीदी क्यों नहीं कर रहे। अगर एक नवम्बर से खरीदी शुरू की होती तो किसान का धान बारिश में बर्बाद न होता। बारदाने से लेकर तिरपाल और हम्माली का पैसा तक केंद्र सरकार से मिलने के बावजूद खरीदी केन्द्रों में अरबों रुपए का धान भिगोने की जिम्मेदार सरकार ने पिछले पखवाड़े भर से धान खरीदी बंद कर रखी थी और किसानों के टोकन भी रद्द हो गए थे। उन्होंने विपक्ष की अपनी जिम्मेदारी निभाई तथा धान खरीदी की मियाद बढ़ाने सरकार पर दबाव बनाया है। अब लुटेरी सरकार अधिक धान तुलवाकर लूट का नया पैंतरा दिखा रही है।