अपने मवेशियों को लावारिस सड़क मार्ग में छोड़ देने वाले मवेशी मालिकों के ऊपर जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही : 35 प्रकरण में 37 मवेशी मलिकों के विरुद्ध की गई है कार्यवाही.
November 15, 2024मवेशी मालिकों द्वारा अपने मवेशियों का नहीं रखा जाता ध्यान, जिससे मवेशी सड़क मार्गों में रहते हैं बैठे.
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सड़क मार्ग से मवेशियों को दूर रखने के लिए मवेशी मालिकों पर की गई है कार्यवाही.
पुलिस द्वारा अब तक लावारिस मवेशियों को सड़क मार्ग में छोड़ने वाले 35 प्रकरण में 37 मवेशी मलिकों के विरुद्ध की गई है कार्यवाही.
बलौदाबाजार-भाटापारा. जिले में घटित विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण से यह मुख्य बात सामने आई है कि अधिकांश मौकों पर सड़क दुर्घटना का कारण मवेशियों के सड़क मार्ग में बैठे रहना है। सायं एवं रात्रि के समय रोड में बैठे हुए मवेशी वाहन चालकों को स्पष्टतः नजर नहीं आते, जिससे टकरा जाने के कारण अथवा उन्हें बचाने के चक्कर में वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, साथ ही सड़क पर बैठे हुए मवेशियों के अचानक इधर-उधर भागने से, वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। अधिकांशतः मवेशी मलिक अपने मवेशियों पर ध्यान नहीं देते, जिससे मवेशी इधर-उधर विचरण करते रहते हैं तथा सड़क मार्ग में बैठे रहते हैं। ऐसी स्थिति में अपने मवेशियों को सड़क मार्ग में लावारिस छोड़ देने वाले मवेशी मालिकों के ऊपर कार्यवाही किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
उपरोक्त कारणों को दृष्टिगत रखते हुए जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा अपने मवेशियों को सड़क मार्ग में छोड़ देने वाले मवेशी मालिकों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक धाराओं के अंतर्गत कार्यवाही की गई है, जिसके अंतर्गत 35 प्रकरण में 37 मवेशी मालिकों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। कार्यवाही के क्रम में थाना सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा 16 प्रकरण में 16 व्यक्ति, कसडोल द्वारा 04 प्रकरण 04 व्यक्ति, थाना भाटापारा ग्रामीण द्वारा 04 प्रकरण 04 व्यक्ति, भाटापारा शहर द्वारा 01 प्रकरण 03 व्यक्ति एवं थाना सिमगा में 10 प्रकरण में 10 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है।