भाजपा सरकार के राज में अपराधी हो गये हैं बेलगाम…अपराधी राह चलते चाकू मार रहे, गोलियां चल रही, हत्याएं हो रही, पुलिस आंकड़ों का खेल खेल रही – दीपक बैज
November 25, 2024पुलिस के आंकड़े डरे सहमे शहरी के जले पर नमक छिड़कने वाले हैं.
रायपुर : पुलिस के द्वारा राजधानी में अपराध के आंकड़े कम होने का दावा खारिज करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति बेलगाम हो चुकी है। अपराधों पर अंकुश लगाने के बजाय पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है। नागरिक रोज चाकुओं से गोदे जा रहे, गोलियां चल रही, बस स्टैण्ड में महिला के साथ बलात्कार हो रहा, सिपाही की प्रताड़ना से आम आदमी आत्महत्या कर रहा, सूखे नशा करके अपराधी राह चलते चाकू मार रहे, पुलिस आंकड़ों का खेल खेल रही है। पुलिस के आंकड़े डरे सहमे शहरी के जले पर नमक छिड़कने वाले है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार के राज में अपराधी बेलगाम हो गये है। आम आदमी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। रायपुर शहर में नवंबर माह में 23 से अधिक हत्याएं हुई है। प्रदेश का हर नागरिक डरा हुआ है, महिलायें असुरक्षित है। बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की घटनाएं बढ़ गयी है। एक ही दिन में राजधानी के विधानसभा के पास आमासिवनी में शराब दुकान के सामने दो-दो हत्याये हुई, पुरानी बस्ती थाने के चंद कदमों की दूरी पर पेट्रोल डालकर एक युवक को जिंदा जला दिया गया, तेलीबांधा में गवाह को धमकाने अपराधियों ने हमला कर दिया, दिनदहाड़े गोलियां चल रही है, गैंगवार हो रहे हैं। दीवाली के दिन ही राजधानी रायपुर में 9 हत्या हुई, दुर्ग में 4 हत्यायें हुई। रायपुर में रोज हत्याएं हो रही है, लेकिन यह सरकार आपराधिक घटनाओं को रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। राजधानी में 11 माह में 5 गोली कांड हुआ, अंतरराज्यीय गैंगस्टर रायपुर तक पहुंच गये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि सबसे संवेदनशील और सुरक्षित माने जाने वाले रायपुर के सेन्ट्रल जेल परिसर के सामने एक व्यक्ति को गोली मार दी गयी। गृहमंत्री के जिले से बेलगाम हुआ अपराध मुख्यमंत्री के गृह ग्राम तक पहुंच गया। राजधानी रायपुर में चला हत्याओं का गोलीबारी का खौफनाक मंजर पूरे प्रदेश में फैल चुका है। आम आदमी अपने आपको भयभीत महसूस कर रहा है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर अपराध का गढ़ बन गया है। सरकार की लापरवाही और पुलिस की नाकामी का परिणाम है कि छत्तीसगढ़ में कोई भी सुरक्षित नहीं है। प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, राजधानी में सरेआम गोलीबारी की पांचवीं घटना हुई है। सरकार की नाकामी और पुलिस की लापरवाही का परिणाम है कि प्रदेश की राजधानी असुरक्षित हो चुकी है।