“निक्षय निरामय छत्तीसगढ़” का जशपुर जिले में शुरूआत, विधायक श्रीमती रायमुनी भगत ने प्रचार रथ को दिखाई हरी झंडी
December 7, 2024विधायक के लोगों से टीबी, कुष्ठ और मलेरिया का पूरी तरह से उन्मूलन हेतु इस अभियान में सहभागी बनने की अपील की
चार चरणों में चलाया जाएगा 100 दिवसीय पहचान और उपचार अभियान
जशपुर, 07 दिसंबर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशन में प्रदेश भर में चलाए जा रहे “निक्षय निरामय छत्तीसगढ़” का जिले में शुरूआत आज विधायक श्रीमती रायमुनी भगत ने जिला चिकित्सालय में निक्षय निरामय प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर की। इस अवसर पर विधायक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जी. एस. जात्रा, डॉक्टरों, अस्पताल के कर्मचारी और यहां पर मौजूद लोगों ने इस अभियान के तहत टीबी, कुष्ठ और मलेरिया उन्मूलन के लिए जनजागरुकता फैलाने, अपना योगदान और सहयोग देने की शपथ भी ली। नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने इस अभियान के लिए जनजागरुकता फैलाने के उद्देश्य से रैली भी निकाली।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत ने लोगों से इस अभियान में सहभागी बनने की अपील करते हुए कहा कि लोग अपनी जांच कराएं, ताकि जिला और छत्तीसगढ़ से टीबी, कुष्ठ और मलेरिया जैसी बीमारियां पूरी तरह खत्म हो सके। मुख्यमंत्री के निर्देशन और कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन में जिले में निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ के तहत 100 दिवसीय पहचान और उपचार अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान चार चरणों में चलाया जा रहा है। पहला चरण 7 दिसंबर से 22 दिसंबर तक, दूसरा चरण 23 दिसंबर से 28 फरवरी तक, तीसरा चरण 01 मार्च से 15 मार्च तक और चौथा चरण 16 मार्च से 23 मार्च तक चलाया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत चलाए जा रहे निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ के तहत टीबी, कुष्ठ व मलेरिया उन्मूलन और वयोवृद्ध देखभाल हेतु घर-घर जाकर मितानिन बहनों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति की खोज एवं स्क्रीनिंग कर उनका स्वास्थ्य जांच किया जाएगा। जांच के उपरांत संदेहास्पद मरीजों का उच्च अस्पताल में पुनः जांच कर रोग की सत्यापन होने पर जांच और उपचार किया जाएगा। आवश्यकतानुसार छोटे क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर संदेहास्पद मरीजों का जांच और उपचार किया जाएगा।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. विपिन इंदवार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. गणपत नायक सहित, अस्पताल के अन्य चिकित्सक, अस्पताल के कर्मचारी और लोग मौजूद थे।