गुम इंसान यूनिवर्सिटी की छात्रा को बरामद करने में मिली सफलता : अपना मोबाइल फॉर्मेट करके वृंदावन में ली थी शरण.
January 5, 2025दिनांक 07 दिसंबर 2024 से रवि शंकर यूनिवर्सिटी हास्टल से थी लापता.
रायपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 07 दिसंबर 2024 को बिना बताये कहीं चले जाने से घर वालों के द्वारा दिनाँक 10 दिसंबर 2024 को थाना सरस्वती नगर में गुमशुदगी दर्ज करायी गयी थी। जिसकी पतासाजी हेतु लगातार सम्भावित स्थानों पर टीम बना कर दबिश दी गई। सीसीटीवी कैमरा, संदिग्धों की सघन पूछताछ, तकनीकी विश्लेषण के उपरांत भी कोई जानकारी नहीं पता चला, जिससे मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को ध्यान में रख कर नए सिरे से पुनः डॉ. लाल उमेंद सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर के निर्देशन और श्री दौलत राम पोर्ते तथा श्री अमन कुमार झा के मार्गदर्शन में और निरीक्षक रविंद्र कुमार यादव थाना प्रभारी सरस्वती नगर के नेतृत्व में, पुनः हास्टल, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड के सीसी टीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण कर गुम इंसान का पतासाजी किया गया और सोशल मीडिया के माध्यम से गुम इंसान के पतासाजी का प्रयास किया।
अंततः गुम इंसान के वृंदावन मथुरा में पता चलने पर तत्काल थाना सरस्वतीनगर से पुलिस टीम, महिला स.उ.नि. सुनीता कंवर के हमराह में टीम बना कर रवाना किया गया और मथुरा में दिनाँक 02 जनवरी 2025 को बरामद किया गया। जहां पर गुम इंसान के द्वारा बताया कि स्वयं मोबाइल फॉर्मेट कर के हास्टल का दरवाजा बंद कर के चाबी को रूम के अंदर फेंक कर, ट्रेन से वृन्दावन पहुंच गई। किसी प्रकार के आपराधिक घटनाओं के होने से गुम इंसान के द्वारा इंकार किया गया।
इस प्रकरण की कार्यवाही में सहायक उपनिरीक्षक सुनीता कंवर, प्रधान आरक्षक भुआर्य, प्रधान आरक्षक बसंती मौर्य, साइबर सेल आरक्षक सरजू राम नरेटी, कंचनलता खलखो, टीका राम साहू का विशेष योगदान रहा है।