‘कजरी – द बैटल फॉर फ्रीडम’ : मानव तस्करी के खिलाफ जशपुर पुलिस की क्रांतिकारी फिल्म, मुख्यमंत्री निवास में हुआ प्रथम प्रदर्शन, SSP शशिमोहन सिंह की बहुआयामी प्रतिभा से सजी समाज को झकझोरने वाली प्रस्तुति

‘कजरी – द बैटल फॉर फ्रीडम’ : मानव तस्करी के खिलाफ जशपुर पुलिस की क्रांतिकारी फिल्म, मुख्यमंत्री निवास में हुआ प्रथम प्रदर्शन, SSP शशिमोहन सिंह की बहुआयामी प्रतिभा से सजी समाज को झकझोरने वाली प्रस्तुति

April 6, 2025 Off By Samdarshi News

जशपुर, 06 अप्रैल 2025/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष आज उनके बगिया स्थित निज निवास में जशपुर पुलिस के द्वारा सामाजिक सरोकार पर बनी लघु फ़िल्म ‘कजरी – द बैटल फ़ॉर फ्रीडम’ का प्रथम प्रदर्शन किया गया। फिल्म का आरम्भ मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय भी मौजूद रही।

फ़िल्म का लेखन एवं निर्देशन करने के साथ ही जशपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने इस फिल्म में अभिनय भी किया है। फिल्म मानव तस्करी के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए बनाई गई है। इस लघु फ़िल्म में पीड़ित बच्चियों के साथ साथ ग्रामीणों को भी मानव तस्करी से बचने के उपायों एवं इससे सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया गया है। फ़िल्म पुलिस विभाग द्वारा सोशल मीडिया के साथ यूट्यूब पर भी रिलीज की जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने लघु फ़िल्म को देखकर जशपुर पुलिस द्वारा की गई इस अभिनव पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म लोगों को जागरूक करने की साथ ही उन्हें सचेत करेगी कि किस तरह मानव तस्कर लोगों को अपना शिकार बनाती है । परिवार के साथ समाज की भी जिम्मेदारी है कि वह बच्चों को बताएं कि सोशल मीडिया में अनजान लोगों से संपर्क रखने में सावधानी रखें, उनकी जागरूकता बढ़ाएं। तभी हम मानव तस्करी के कलंक को रोक सकते हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने फिल्म के बारे में बताते हुए कहा कि फिल्म में मानव तस्करों के द्वारा किस प्रकार सोशल मीडिया के माध्यम से भोली-भाली बच्चियों को फंसाकर उनके जीवन से खिलवाड़ किया जाता है इसे प्रदर्शित किया गया है। पुलिस द्वारा बच्चियों का रेस्क्यू किस प्रकार किया जाता इसे भी दिखाया गया है। इस दौरान इस फिल्म में अभिनय करने वाले छत्तीसगढ़ी फिल्मों के कलाकार के साथ ही जशपुर जिले के कलाकार भी मौजूद रहे।

पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह उम्दा कलाकार है। इससे पहले भी वे छत्तीसगढ़ी और भोजपुरी फिल्मों में नायक की भूमिका अदा कर चुके हैं। उनकी यातना, गोमती और कोटपा फिल्मों को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है।

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