राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री की पहल को सराहा : कहा सामाजिक एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने वाली एक अनूठी सोच, आज यह देश की जरूरत

February 3, 2022 Off By Samdarshi News

सांसद राहुल गांधी ने सर्व समाज एकता परिषद के प्रतिनिधियों से की मुलाकात

दंतेवाड़ा जिले में 12 समाजों को सामाजिक एवं सांस्कृतिक भवन हेतु एक ही स्थान पर आबंटित की गई है 5 एकड़ जमीन

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, सासंद राहुल गांधी ने आज राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में बस्तर डोम के अवलोकन के दौरान सर्व छत्तीसगढ़िया समाज एकता परिसर  के प्रतिनिधियों से आत्मीय भेंट की। इस अवसर पर प्रतिनिधियों ने धान से निर्मित श्री राहुल गांधी जी का छायाचित्र उन्हें भेंट किया।

गौरतलब है कि समाज के विभिन्न वर्गों के बीच आपसी सद्भाव बढ़ाने और भारतीय संस्कृति की मूल भावना सर्वधर्म, श्रद्धा, समृद्धि के अनुरूप अनूठे सर्व समाज एकता परिसर की कल्पना की गई है। दंतेवाड़ा जिले के निवासी 12 अलग-अलग समाज के लोगों की सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों हेतु एक विशाल परिसर में भवन हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 5 एकड़ भूमि का आवंटन किया। यह कार्य विभिन्न समाजों के लोगों को सामाजिक एवं सांस्कृतिक रूप से एकजुट करेगा। जिला दंतेवाड़ा में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा विभिन्न समाजों के बीच सामाजिक सौहार्द, समरसता और एकता को बढ़ावा देने के लिए यह पहल की गई है। श्री राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा की गई इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि सामाजिक सौहार्द, समरसता और एकता को बढ़ावा देने के लिए यह सराहनीय पहल की गई है।

राहुल गांधी ने सुकमा में स्थापित हाईड्रो पॉवर सिंचाई प्रणाली की सराहना की, बिना बिजली और बिना अन्य ईंधन के मिल रही है 24 घंटे सिंचाई सुविधा

सांसद राहुल गांधी ने आज साईंस कॉलेज के मुख्य कार्यक्रम स्थल में लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने बस्तर अंचल के सुकमा जिले के गिरदाल पारा हाइड्रो पावर बेस्ड पंपिंग स्किम इरिगेशन प्रोजेक्ट की सराहना की। जल संसाधन विभाग द्वारा विकास प्रदर्शनी के डोम में इसका मॉडल प्रदर्शित किया गया है। यहां बिना बिजली और बिना अन्य ईंधन के 24 घंटे सिंचाई होती है। इससे सैकड़ों किसान लाभान्वित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे साथ रहे।

सांसद राहुल गांधी ने बस्तर डोम में दंतेवाड़ा के डेनेक्स के तहत अप्रिल निर्माण में कार्यरत हारम गांव की महिलायें शांति, प्रीति, संजना,  बारसूर गांव की प्रियंका सहित अन्य महिलाओ-युवाओं से बात की। उन्होंने उनके अनुभव जाने और आगे बढ़ते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में स्थापित इस यूनिट में डेढ़ हजार से अधिक परिवारों को रोजगार मिल रहा है। डेनेक्स से कई कंपनियों ने पांच साल में 75 लाख उत्पाद बनाने के लिए साढ़े चार सौ करोड़ रुपये के एमओयू किये है ।