छत्तीसगढ़ में विद्युत प्रदाय की सुदृढ़ स्थिति : गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति बनाये रखने हेतु मैदानी अमले को सशक्त भी किया जा रहा

छत्तीसगढ़ में विद्युत प्रदाय की सुदृढ़ स्थिति : गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति बनाये रखने हेतु मैदानी अमले को सशक्त भी किया जा रहा

February 12, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

विगत वर्षों 2020 तक विद्युत प्रदाय का आंकलन राज्य के लोड डिस्पेच सेंटर से की गई लोड शेडिंग पर आधारित होती थी जिसमें 11 के.व्ही. फीडरों पर हुये व्यवधान की जानकारी शामिल नहीं होती थी। जबकि वर्ष 2021 से, 11 के.व्ही. फीडरों पर विद्युत व्यवधान की भी जानकारी लगातार एकत्रित हो रही है जिस कारण राष्ट्रीय पावर पोर्टल पर कुल व्यवधान की अवधि विगत वर्षों से अधिक है। किसी फीडर में व्यवधान होने पर तात्कालिक व्यवस्था के अनुरूप् किसी अन्य फीडर में लोड ट्रांसफर कर विद्युत प्रदाय किया जाता है।

स्पष्ट हैकि फीडर मीटर डाटा के आधार पर आंकलित विद्युत व्यवधान, वास्तविक विद्युत कटौती से अधिक अवधि दर्ज करता है। यह खासतौर पर शहरी क्षेत्रों पर ज्यादा लागू होता है।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष विद्युत की आपूर्ति (कृषि पंप फीडरों को छोड़कर) औसतन 23 घण्टे 25 मिनट रही जो कि राष्ट्रीय औसत 22 घण्टे 45 मिनट से काफी बेहतर है।

छत्तीसगढ़ में विद्युत प्रदाय की स्थिति सुदृढ़ है। गत रबी सीजन के तीन माह पूर्व से ही ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत पंप क्षेत्रों के पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि एवं अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किये जाने का कार्य आरंभ किया गया था जिस हेतु आवश्यक शटडाउन भी लिये गये थे। परिणाम स्वरूप् कुल 115 पावर ट्रांसफार्मर की क्षमतावृद्धि/अतिरिक्त स्थापना की गई जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में अनवरत विद्युत प्रदाय दे पाना संभव हो  पाया जिससे छत्तीसगढ़ का अधिकतम मांग जो पूर्व के वर्ष मे ं4782 मेगावाट् था, वह इस वर्ष 5057 मेगावाट दर्ज हुआ जोकि छत्तीसगढ़ में अब तक का सर्वाधिक अधिकतम मांग का रिकार्ड है यह अपने आपमें युक्तियुक्त प्रमाणि क भी है कि छत्तीसगढ़ में विद्युतप्रदाय गतवर्ष की तुलना में अधिक अच्छी रही है। राष्ट्रव्यापी कोयले के संकट के समय भी छत्तीसगढ़ में विद्युत आपूर्ति सामान्य बनी रही है।

कृषि पंप क्षेत्रों में पंप सेपरेटेड फीडरों में केवल विद्युतपंप के कनेक्शन ही होते है एवं इन फीडरोंको 18 घण्टे विद्युत प्रदाय करने हेतु सायंकालीन उच्चमांग अवधि में 06 घण्टे की कटौती की जातीहै। जोकि कृषि कार्य हेतु पर्याप्त विद्युत प्रदाय अवधि है। उल्लेखनीय है कि कुछ राज्यों में कृषि पंप फीडरों को विद्युतप्रदाय की अवधि 08 से 12 घण्टे रखी गई है जिसमें आन्ध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात एवं महाराष्ट्र सम्मिलित है।

स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ की विद्युत प्रदाय व्यवस्था सुदृढ़ है एवं उपभोक्ताओं के विद्युतप्रदाय को गुणवत्तापूर्ण करने हेतु छत्तीसगढ़ में तकनीकी रूप से आवश्यक कार्यों को वरीयता के आधार पर किया जा रहा है जिसमें 115 पावर सबस्टेशन के ट्रांसफार्मर की क्षमतावृद्धि की जा चुकी है एवं आगामी खरीफ फसल के पहले 33 के.व्ही. एवं 11 के.व्ही. फीडरों के नवीन निर्माण के कार्य प्रमुखता से किये जा रहे है ताकि आगामी खरीफ फसल के समय ओवरलोडिंग या लो-वोल्टेज की स्थिति न बने। इसी प्रकार गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति बनाये रखने हेतु मैदानी अमले को सशक्त भी किया जा रहा है जिस हेतु 300 कनिष्ठ अभियंता की भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो गई है।साथ ही 3000 लाईन परिचारक की भर्ती की प्रक्रिया इसी माह पूर्ण की जा रही है।