भाजपा का धरना बेशर्मी का पराकाष्ठा, भाजपा ने अश्लील गालियां बकने वाले नेता के समर्थन में धरना दिया? – सुशील आनंद शुक्ला

भाजपा का धरना बेशर्मी का पराकाष्ठा, भाजपा ने अश्लील गालियां बकने वाले नेता के समर्थन में धरना दिया? – सुशील आनंद शुक्ला

February 15, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिये गये धरने से भाजपा का असली चेहरा एक बार फिर से सामने आया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा का धरना बेशर्मी का पराकाष्ठा। भाजपा ने अश्लील गालियां बकने वाले नेता के समर्थन में धरना दिया? भाजपा के नेता सरेआम पुलिस अधिकारियों को गाली बकते है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओ को गंदी-गंदी गालियां देकर धमकाता है। महिला पुलिस वालों के सामने अश्लील गालियां बकता है। पूरी भारतीय जनता पार्टी अपने अभद्र नेता के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाये उसके बचाव में धरना दे रही है। यही है भाजपा के पार्टी विथ डिफरेंस की हकीकत जो अपने नेता की अभद्रता के बचाव के लिये सभ्य समाज की सारी मर्यादाओं को ताक पर रखकर प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस ने पूछा भाजपा बताये कि उसने किस बात के लिये धरना आयोजित किया था। मूणत की अभद्रता और उनके गाली गलौच का समर्थन करने के लिये धरना दिया था? या फिर मूणत के द्वारा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बेकासूर युवकों की गई बेईज्जती का समर्थन करने के लिये धरना दिया था?

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा के धरने को भाजपा की चोरी ऊपर से सीना जोरी बताया है।सारे प्रदेश ने घटना क्रम के वीडियो को सोशल मीडिया पर देखा है पूर्व  मंत्री राजेश मूणत ने सार्वजनिक रूप से पुलिस विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं के लिए अपशब्द गन्दी गन्दी गालियों का प्रयोग किया है। थाने में भी मूणत ने पुलिस कर्मियों के साथ गाली गलौच किया मारपीट कराने का भी वीडियो वायरल है ।उसके बाद भाजपाई किस बात का आंदोलन कर रहे। पूर्व मंत्री या राजनैतिक दल का कार्यकर्ता होने से किसी को कानून तोड़ने का विशेषाधिकार नही मिल जाता हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता 15 साल मंत्री रहे राजेश मूणत जिस तरह का आचरण दिखाया पुलिस के साथ गाली गलौच अभद्रता किया वह गलत था। सरकार चली गयी लेकिन भाजपाइयों की सत्ता की ऐंठ अभी तक नहीं गयी। भाजपा के पूर्व मंत्री का आचरण आलोकतांत्रिक और अभद्र है। कांग्रेस इसकी कड़ी निंदा करती है तथा राजेश मूणत के समर्थन में जिस प्रकार भाजपा के वरिष्ठ नेता पुलिस थाने में जाकर थाने में पुलिस पर दबाव बनाया था वह गलत और अमर्यादित था।