पक्का मकान बनाने का ठेकेदार बनकर 8 लोगो से 15 लाख 96 हजार रूपये लेकर पुरी गैंग सहित हो गया गायब, पुलिस ने सायबर सेल एवं राजनांदगांव पुलिस की मदद से महाराष्ट्र बार्डर से किया गिरफ्तार
March 8, 2022दुलदुला क्षेत्र के विभिन्न लोगों से पक्का मकान निर्माण करने के नाम पर कुल रू. 15,96,000 /- (पंद्रह लाख छियानबे हजार रू.) लेकर ठगी करने वाले आरोपी कुदूस अली को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर राजनांदगांव से किया गिरफ्तार
थाना दुलदुला में आरोपी के विरूद्ध अप.क्र. 25/2022 धारा 420 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध
आरोपी की गिरफ्तारी में राजनांदगांव पुलिस का महत्वपूर्ण योगदान रहा
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
प्रार्थी विशाल गुप्ता निवासी दुलदुला ने दिनांक 06.03.2022 को थाना दुलदुला में रिपोर्ट दर्ज कराया कि करीब 02 वर्ष पूर्व बंगाली ठेकेदार कुदूस अली अपने 20-25 लेबर लोगों के साथ ग्राम दुलदुला में आया था, गांव में ही किराये का मकान लेकर रहते थे और गांव में लोगों का मकान निर्माण कराने का काम करते थे। कुदूस अली प्रार्थी विशाल गुप्ता से मकान निर्माण कराने के नाम से करीब रू. 1,96,000 /- एवं अन्य 7 लोगों से कुल रू. 14,00,000 /- (चौदह लाख रू.) लेकर ठगी किया और रकम मिलने के बाद आरोपी अपने लेबर सहित फरार हो गया, इन लोगों से रकम लेने के बाद इनका मकान निर्माण कार्य शुरू भी नहीं किया गया। आरोपी के विरूद्ध थाना दुलदुला में धारा 420 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना एवं पतासाजी दौरान आरोपी अपना मोबाइल नंबर को बंद कर दिया था। सायबर सेल के सहयोग से उसका लोकेषन राजनांदगांव के मुंबई-कोलकाता नेशनल हाईवे स्थित महाराष्ट्र बार्डर पर मिला। जशपुर से राजनांदगांव की दूरी बहुत ज्यादा होने तथा आरोपी के भाग जाने की संभावना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जशपुर द्वारा राजनांदगांव पुलिस से संपर्क कर राजनांदगांव पुलिस को घटनाक्रम से अवगत कराकर आरोपी का फोटो को भेजा गया। जिस पर राजनांदगांव पुलिस द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही कर आरोपी को कोहका के पास घेराबंदी कर हिरासत में लेकर जशपुर पुलिस को सूचना दिया गया, जिसके बाद आरोपी को थाना दुलदुला में लाया गया। आरोपी द्वारा उक्त ठगी का अपराध को घटित करना स्वीकार किया, ठगी की गई रकम को विभिन्न कार्य में खर्च करना बताया। प्रकरण के आरोपी कुदूस अली, उम्र 38 वर्ष निवासी मिर्ज़ापुर (पश्चिम बंगाल) को दिनांक 06.03.2022 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही में निरीक्षक संतलाल आयाम, स.उ.नि. जीवनाथ गिरी, साइबर सेल जशपुर प्रभारी उपनिरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी तथा राजनादगांव जिला के थाना तुमडीबोड़ प्रभारी उपनिरीक्षक रितेश मिश्रा एवं अन्य स्टॉफ का विशेष योगदान रहा।