डबरी निमार्ण के माध्यम से अतिरिक्त लाभ कमाकर ग्रामीणों के लिये बनी प्रेरणा
March 11, 2022डबरी निर्माण मेरे परिवार के लिए हो रही वरदान साबित-हितग्राही घसियानो बाई
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
मनरेगा से जुड़कर ग्रामीणों को जो आर्थिक संसाधन प्राप्त हुए हैं, इससे हितग्राहियों को लंबे समय तक फायदा देने वाले संसाधन के साथ ही स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों को सीधे रोजगार मिलता है। यह हितग्राही के साथ ही अन्य श्रमिकों को भी आर्थिक संबल पहुँचाता है। जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार के साथ ही आर्थिक स्थिति में बढ़ोत्तरी होती है। सही समय पर वर्षा न होने से फसलों के पैदावार में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जिससे किसानों केे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। परन्तु ऐसे किसान जिन्होंने अपनी भूमि पर डबरी बनवाया है। उनके लिये यह बड़ा वरदान साबित होता है।
पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत बुलडेगा निवासी हितग्राही श्रीमती घसियानो बाई ने मनरेगा के तहत् अपनी निजी भूमि पर डबरी निर्माण करवाया है। उन्होंने बताया कि उनके पास सिंचाई हेतु पानी की उपलब्धता नहीं थीं। पानी का कोई स्त्रोत भूमि के पास नहीं था डबरी निर्माण से पूर्व वे खेती के लिए पुर्णरूप से वर्षा के जल पर आश्रित थी। उन्हें हमेशा बारिश के नहीं होने पर फसल नुकसान होने का डर बना रहता था। साथ ही जल स्त्रोत न होने से उनके द्वारा वर्ष में एक ही फसल का उत्पादन किया जाता था। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे उनकी खेती करने में रूची कम होते जा रही थी।
हितग्राही घसियानो बाई ने बताया कि डबरी निमार्ण कार्य उनके जीवन के लिये वरदान साबित हुई है। मनरेगा के कार्य से लाभार्थी के साथ-साथ गांव के अन्य लोगों को भी रोजगार प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि वे मनरेगा कार्यो में पहले से जुड़ी हुई थी इस हेतु उन्हें हितग्राही मूलक कार्यो के बारे में जानकारी थी। उनके द्वारा डबरी निर्माण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था एवं वर्ष 2019 में उन्हें अपने जमीन में 2.49 लाख की लागत से डबरी निर्माण की स्वीकृति मिली। उन्होंने बताया कि डबरी निमार्ण कार्य में उनके परिवार के सदस्यों को वर्ष 2019-20 में 16,544 रूपए एवं वर्ष 2020-21 में 10,422 रूपए की आय भी प्राप्त हुई है।
लाभार्थी ने बताया कि डबरी निर्माण होने से उन्हें कृषि कार्य में मदद के साथ ही भू-जल स्तर में बढोत्तरी हुई है जिससे सिंचाई हेतु साल भर पानी की उपलब्धता बनी रहती है। अब उनकी खेती के लिए बरसात के पानी पर निर्भरता समाप्त हो गई है। उनके द्वारा वर्ष में दोहरी फसल के साथ ही साग-सब्जी का भी उत्पादन किया जा रहा है। इस वर्ष हितग्राही द्वारा सर्व प्रथम धान की फसल लेने के बाद गोभी, टमाटर मौसमी सब्जी उत्पादन के साथ ही मुंगफली की खेती की गई हैं। उन्होने बताया कि डबरी निमार्ण से उन्हें सालाना 20 से 30 हजार रूपये की अतिरिक्त आमदनी प्राप्त हो रही है। जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबुत हुई है। आमदनी में वृद्धि होने से परिवार का जीवन स्तर ऊंचा हुआ है। पंचायत में घसियानो बाई डबरी निमार्ण के माध्यम से अतिरिक्त लाभ कमाकर अन्य लोगों के लिये प्रेरणा बन गई है। उनके द्वारा गांव के अन्य लोगों को भी मनरेगा अंतगर्त कार्य कराने के लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। घसियानों बाई ने प्रदेश सरकार को उक्त योजना से लाभ प्रदान करने के लिए धन्यवाद भी दिया।