बालक गृह जशपुर में विधिक सेवा प्राधिकरण शिविर का हुआ आयोजन

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जशपुर के अध्यक्ष श्रीमती अनिता डहरिया के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जशपुर के सचिव अमित जिन्दल द्वारा बालक गृह जशपुर में जांच, विजिट कर विधिक सेवा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बताया कि ब्राजील में रियो डे जेनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व जल दिवस मनाने की घोषणा की गई। 22 मार्च 1993 को प्रथम बार विश्व जल दिवस मनाया गया और उक्त तिथि से प्रत्येक वर्ष विश्व जल दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन का मूल उद्देश्य साफ पीने योग्य पानी की उपलब्धता है।

श्री जिंदल ने बताया कि आज रेन वाटर हार्वेस्टिंग बहुत जरूरी है। रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम में बारिश के पानी को फिल्टर कर जमीन के अंदर भेजा जाता है। इसके लिए मकान की छत के पानी को पाईप के सहारे दो फुट चौडे सीमेंट के बॉक्स में पहुंचाया जाता है। इसके बाद पानी आठ फुट लंबे, आठ फुट चौडे, आठ फुट गहरे टैंक में जाता है। वहां पत्थर की एक तह बिछाने के बाद उस पर गिट्टी का लेयर बिछाया जाता है। गिट्टी के ऊपर बालू की परत बिछाई जाती है, इससे पानी साफ होकर जमीन के अंदर जाता है जिससे ग्राउंड वाटर रिचार्ज होता है। औसतन रूप से एक वर्ग मीटर पानी एकत्रित करने का स्थान प्रतिवर्ष लगभग 105300 लीटर पानी प्रदान करेगा।  उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में हम लोग आर.ओ,वाटर फिल्टर का प्रयोग करते है जिसमें पानी की बहुत बर्बादी होती है। जिसमें यदि हम वेस्ट वाटर के पाइप को किसी पेड़ पौधे की सतह से या कम से कम वाशिंग मशीन से ही जोड दे तो पानी की बचत हो सकती है। उन्होंने बताया कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम आवश्यक है। उन्होंने इस संबंध में   https://pib.gov.in/newsite/printRelease.aspx?relid=138591 पर उपलब्ध सामग्री को पढकर तथा उसका पालन कर हम सब सालिड वेस्ट का बेहतर प्रबंध कर सकते है।

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