शराब बंदी का वादा तोड़ कर छत्तीसगढ़ को बार में बदल डालने का इरादा, हद कर दी आपने – भाजपा

शराब बंदी का वादा तोड़ कर छत्तीसगढ़ को बार में बदल डालने का इरादा, हद कर दी आपने – भाजपा

May 2, 2022 Off By Samdarshi News

सरकार शराब से कमाई करना चाहती है, नागरिकों के स्वास्थ्य से उसे कोई लेना देना नहीं

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री धरम लाल कौशिक ने कैबिनेट की बैठक में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा संचालित इकाइयों के लिए रियायती दर पर होटल बार लायसेंस प्रदाय किए जाने का निर्णय लिए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वादा तोड़ छत्तीसगढ़ को बार में बदल डालने का इरादा  हद कर दी आपने। हाथ में गंगाजल लेकर छत्तीसगढ़ में शराब बंदी लागू करने का वादा कर सत्ता में आने वाली भूपेश बघेल सरकार ने साढ़े तीन साल में यह वादा पूरा करने की जगह राज्य को शराब का गढ़ बना दिया है। यह सरकार शराब को वैध अवैध कमाई का जरिया बना चुकी है।

श्री कौशिक ने कहा केंद्र पर आरोप लगाने वाले इसे 30 साल की लीज पर दे रहे है तो ये निजी लोगो को संपति बेचना नही तो क्या है ?

श्री कौशिक ने कहा कि हद तो यह है कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने और पर्यटकों की सुविधा में वृद्धि के नाम पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अधीन 26 इकाइयों को लीज पर दिए जाने का निर्णय लिया गया है। इनमें शराब बेची जायेगी। भूपेश बघेल सरकार बेरोजगार युवाओं को यही रोजगार थमाना चाहती है। राज्य के युवाओं को न तो रोजगार मिला और न ही बेरोजगारी भत्ता। कांग्रेस की सरकार ने राज्य के युवाओं को पहले तो गोबर बटोरने का रोजगार दिया और अब शराब परोसने के काम पर लगाना चाहती है। इस सरकार की नीयत में खोट है। शराब बंदी का वादा पूरा करने का अगर कोई इरादा होता तो मोटल होटल में बार लायसेंस देने का फैसला कर शराब कारोबार को बढ़ावा देने की नीति पर अमल नहीं किया जाता।

भाजपा  कौशिक  ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने साढ़े तीन साल का समय रायशुमारी के बहाने गुजार दिया। इस बीच शराब दुकानों की संख्या में इजाफा किया लेकिन राजस्व अपेक्षित रूप से नहीं बढ़ा जो यह बता रहा है कि वैध के मुकाबले अवैध शराब ज्यादा बिक रही है। शराब पर कोरोना सेस लगाकर जो करोड़ों रुपए वसूले गए, उनका स्वास्थ्य पर कोई पैसा खर्च नहीं करना इसका प्रमाण है कि भूपेश बघेल सरकार शराब से कमाई करना चाहती है लेकिन नागरिकों के स्वास्थ्य से उसे कोई लेना देना नहीं है।