जिला खनिज न्यास संस्थान की शासी परिषद की बैठक संपन्न, वर्ष 2022-23 के लिए विकास कार्यों की वार्षिक कार्ययोजना का हुआ अनुमोदन

ग्रामीण क्षेत्रों के कार्यो को प्रथमिकता से लेने दिये निर्देश : सांसद श्रीमती महंत

बारिश पूर्व बैठक होने से जनहित कार्याे को पूरा करने में होगी आसानी: मोहित राम केरकेट्टा

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, कोरबा

कोरबा जिला खनिज न्यास संस्थान की शासी परिषद की बैठक कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट स्थित विडियो कान्फ्रेंसिंग कक्ष में आयोजित की गयी। बैठक में सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय, पाली-तानाखार विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा, कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर वर्चुअल रूप से जुडे़। शासी परिषद की बैठक में रामपुर विधायक श्री ननकीराम कंवर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला छत्रपाल कंवर, पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, जिला पंचायत सी.ई.ओ. श्री नूतन कंवर सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी भी उपस्थित रहे। शासी परिषद की बैठक मे वर्ष 2022-23 के लिए विकास कार्यों की वार्षिक कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। बैठक में कलेक्टर श्रीमती साहू ने जिला खनिज न्यास संस्थान के संचालन केे नियमों और प्रावधानों की जानकारी सभी सदस्यों को दी। उन्होने कहा कि खनिज न्यास मद की 40 प्रतिशत राशि कोरबा जिले के लिए उपयोग की जाएगी। इस प्रकार कोरबा जिला खनिज न्यास संस्थान को लगभग दो सौ करोड रूपये से अधिक की राशि प्राप्त होंगे। श्रीमती साहू ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जिले में 943 करोड से अधिक की राशि की वार्षिक कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। इस वर्ष शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं संबद्व गतिविधियांे को प्राथमिकता देते हुए कार्ययोजना बनाई गयी है। श्रीमती साहू ने कहा कि खनन प्रभावित क्षेत्र में लोगो के गंभीर बीमारी के इलाज के लिए डी.एम.एफ. में सहायता अनुदान की राशि सुरक्षित रखी जाती है, इसके लिए श्रीमती साहू ने सभी जनप्रतिनिधियों को अधिक से अधिक प्रस्ताव देने के लिए कहा। श्रीमती साहू ने कहा कि डी.एम.एफ. मद की राशि से हेल्थ कैंप, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों के उन्नयन, शाला भवन के निर्माण एवं जीर्णाेधार, प्रयोगशाला, पुस्तकालय आदि विकास योजनाओं को पूरा किया जाएगा। श्रीमती साहू ने कहा कि डी.एम.एफ. मद से गौठानांे में रीपा, कृषि वानिकी तथा अन्य उत्पादक गतिविधियों को भी बढावा दिया जावेगा। उन्होने शासी परिषद के सदस्यों से जर्जर आंगनबाडी का प्रस्ताव देने के लिए भी कहा ताकि बच्चों को अच्छी सुविधाएं दी जा सके।

बैठक में वर्चुअल रूप से जुडी सांसद श्रीमती महंत ने खनिज न्यास मद से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए विकास की कार्ययोजना बनाने के लिए कहा। उन्होने शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतरी के साथ ग्रामीण इलाकों में लोगों की सहुलियतों के लिए ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य स्वीकृत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण इलाकों में स्कूलों की मरम्मत, स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के अधिक से अधिक काम स्वीकृत किए जाएं। सदस्य के रूप में बैठक में वर्चुअल रूप से शामिल हुए विधायक पाली तानाखार श्री मोहितराम केरकेट्टा ने प्रस्तावित सभी कार्ययोजनाओं पर सहमति जताते हुए लक्ष्य अनुरूप कार्य करने के लिए कहा। श्री केरकेट्टा ने कहा कि बारिश के पहले यह बैठक होने से जनहित कार्याे को पूरा करने मे आसानी होगी। वर्चुअल रूप से जुडी राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने कहा कि प्रस्तावित कार्ययोजना मे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं रोजगारउन्मुखी गतिविधियों को प्राथमिकता दी गयी है। इससे ग्रामीणों को विकास के मुख्य धारा से जोडने मे आसानी होगी।

बैठक में शामिल हुए रामपुर के विधायक श्री ननकीराम कंवर ने कार्ययोजना बनाकर नियमानुसार विकास कार्यो को पूरा करने के लिए कहा। श्री कंवर ने कहा कि सभी कार्ययोजनाएं शासी परिषद के द्वारा अनुमोदित की जाती है और किसी भी गलत कार्य पर शासी परिषद की ही जवाबदेही होती है। शासी परिषद के सदस्य श्री प्रशांत मिश्रा ने कहा कि डी.एम.एफ. की राशि का उपयोग हाथी प्रभावित क्षेत्रों में मुआवजे के लिए भी करना चाहिए ताकि पीडितो को पर्याप्त मुआवजा मिल सके।

बैठक मे कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बताया कि कार्ययोजना में जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए व्यापक प्रावधान किए गए हैं। दूरस्थ अंचलो तक विशेषज्ञ डॉक्टरों के माध्यम से अच्छी ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराने स्वास्थ्य शिविर आयोजन का प्रावधान किया गया है। इस शिविर के माध्यम से गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों की पहचान कर उन्हें रायपुर-बिलासपुर जैसे बड़े शहरों के अच्छे अस्पतालों में ईलाज के लिए भी मदद दी जाएगी। इसके साथ ही कलेक्टर श्रीमती साहू ने बताया कि गरीब परिवारों के गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों के ईलाज और ऑपरेशन आदि के लिए भी आर्थिक सहायता का प्रावधान इस वर्ष की कार्ययोजना में रखा गया है। जिले के खनन प्रभावित क्षेत्रों के ऐसे मरीजों को खनिज न्यास संस्थान परिषद के किसी भी सदस्य की अनुशंसा पर आवश्यकतानुसार आर्थिक मदद दी जाएगी ताकि वे अपना ईलाज अच्छे अस्पतालों में करा सकें।

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