बटवाही एक ऐसा गांव जहां होता है शत् प्रतिशत संस्थागत प्रसव, ग्रामीणों की जागरूकता की मुख्यमंत्री ने की सराहना

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मुख्यमंत्री को ग्रामीणों ने बताया अब गांव में नहीं है घर में प्रसव कराने की परम्परा

मुख्यमंत्री ने उपस्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री ने गाड़ी से उतरकर ग्रामीणों से चिकित्सकों की उपस्थिति, उपचार सुविधा और दवा वितरण की जानकारी ली

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल सरगुजा अंचल में एक ऐसा गांव है जहां महिलाओं का शत्प्रतिशत संस्थागत प्रसव हो रहा है। प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान में उप स्वास्थ केंद्र बटवाही पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को यह जानकारी ग्रामीणों ने दी। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खुल जाने से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आई है, गंभीर किस्म के प्रकरणों पर डिलवरी के लिए प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाते है। अब घरों में प्रसव कराने की परम्परा बंद हो चुकी है। 

मुख्यमंत्री श्री बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान उपस्वास्थ्य केंद्र बटवाही निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। चिकित्सकों ने यहां मुख्यमंत्री को बताया कि यह ब्लॉक डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत सर्वाधिक क्लेम करने वाला ब्लॉक है। मुख्यमंत्री ने गाड़ी से उतरकर उपस्वास्थ्य केंद्र के बाहर उपस्थित ग्रामीणों से सीधे मुखातिब होते हुए उनसे चिकित्सकों की उपस्थिति और यहां मिलने वाली उपचार सुविधा तथा दवाईयों के वितरण आदि की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने उपस्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी, आईपीडी तथा प्रसव कक्ष का भी निरीक्षण किया और स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों और स्टॉफ की कार्य शैली की सराहना की। 

मुख्यमंत्री को निरीक्षण के दौरान चिकित्सकों ने बताया कि बटवाही उपस्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत दो गांव शामिल है। यहां एक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी दो आरएचओ, 16 मितानिन और एक स्वास्थ्य कर्मी पदस्थ है। इसके अंतर्गत 12 प्रकार के एनसीडी की सेवाएं दी जा रही है। गैर-संचारी रोग एनसीडी के लिए एनसीडी कार्ड तथा बीपी और शुगर वाले मरीजों को जीवन-शैली स्वास्थ्य कार्ड दिया जाता है। जिसमें मेडिसिन के साथ-साथ जीवनशैली में सुधार एवं रोगों से सुरक्षा की जानकारी दी जाती है।

चिकित्सकों ने यह भी बताया कि वर्तमान में केंद्र में आने वाले मरीजों के लिए नियमित रूप से जिला चिकित्सालय से टेली कंसल्टेन्सी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। सामान्य मरीजों का केंद्र में ही उपचार किया जाता है और आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक उपचार के बाद रिफर किया जाता है। केंद्र में 41 प्रकार की दवाईयां एवं 07 प्रकार की जांच सुविधाएं उपलब्ध है।

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