किसान, मजदूर, गरीब माता-पिता के बच्चों को मुफ्त अंग्रेजी शिक्षा मिल रही है तो भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है – धनंजय सिंह ठाकुर

किसान, मजदूर, गरीब माता-पिता के बच्चों को मुफ्त अंग्रेजी शिक्षा मिल रही है तो भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है – धनंजय सिंह ठाकुर

May 10, 2022 Off By Samdarshi News

पूर्व रमन सरकार ने 3000 सरकारी स्कूलों को बंद किया था शिक्षा का बाजारीकरण किया था

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल और भाजपा ने अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूल योजना का विरोध कर ये साबित कर दिया कि भाजपा गरीब बच्चो को मिलने वाली मुफ्त अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा का विरोधी है। 15 साल के रमन सरकार के दौरान अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूल खोलने की सोच नही दिखी न ही वर्तमान में किसी भी भाजपाशासित राज्य में गरीब बच्चों के लिए मुफ्त अंग्रेजी शिक्षा देने सरकारी स्कूल शुरू नही किया गया है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के छत्तीसगढ़ शिक्षा मॉडल की स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना को गुजरात के आदिवासी सत्याग्रह रैली में तारीफ किये है। इस योजना से प्रदेश के आदिवासी किसान मजदूर रोज कमाने खाने वाले ठेला रेवड़ी चाय दुकान पान दुकान चलाने वाले झोपड़पट्टी में रहने वाले कोरोना काल मे जिन बच्चों सिर से माता पिता का साया उठ गया ऐसे एवं गरीब बच्चों को मुफ्त अंग्रेजी की शिक्षा दी जा रही है। राज्य में वर्तमान में 171 स्कूल संचालित हो रहे है और 50 नई स्कूल इस वर्ष और शुरु की गई है। इस योजना में अब अंग्रेजी के साथ हिंदी माध्यम स्कूल का भी उन्नयन किया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना से गरीब बच्चों को मिल रही अंग्रेजी की मुफ्त शिक्षा से भाजपा नेताओं को क्यो तकलीफ हो रहा है? गुजरात मॉडल हर मामले में फैल हो गई है। गुजरात मॉडल का ढिंढोरा पीटने वाले भाजपाई अब गुजरात मॉडल का नाम लेने से बच रहे है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने 15 साल के रमन शासनकाल को देखा है उस दौरान 3000 से अधिक सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया। शिक्षा का बाजारीकरण किया गया शिक्षकों की भर्ती नही की गई सरकारी स्कूलों के आधुनिकीकरण और उन्नयन के लिए काम नहीं किया गया और निजी स्कूलों को बढ़ावा दिया गया था। भाजपा के नेता गरीब बच्चों की शिक्षा का विरोध करते हैं शिक्षा के मौलिक अधिकार से वंचित और शोषित वर्ग को दूर रखना चाहती है। तभी मोदी सरकार ने शिक्षा के बजट में कटोती कर दिया। देश के विख्यात यूनिवर्सिटी के फीस में बढ़ोतरी कर दी गरीब छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं को खत्म कर दिया। भाजपा की सोच में शिक्षा पर भी मात्र पूँजीपत्तियो का एकाधिकार हो ऐसा लगता है। भाजपा की सोच उच्च और आधुनिक शिक्षा सेठ साहूकार के बच्चों तक रहे ऐसी भावनाओ से भरी हुई है भाजपा नहीं चाहती कि गरीब बच्चों को मुफ्त में और अच्छी शिक्षा मिले क्योंकि प्रदेश और देश का आने वाला भविष्य शिक्षित हो जाएगा जागरूक हो जाएगा ऐसे में आरएसएस भाजपा को अपने काले मंसूबे को पूरा करने में असफलता मिलेगी।