भूपेश की नीति में छेद, गृहमंत्री ने भी खोल दिया धर्मांतरण का भेद – विष्णुदेव

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने धर्मांतरण के मुद्दे पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के सामाजिक बैठक में दिये गए वक्तव्य का हवाला देकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि भूपेश बघेल की नीति में छेद है, गृहमंत्री ने भी धर्मांतरण का भेद खोल दिया है। उन्होंने कहा कि जिस राज्य का गृहमंत्री आप अपने समाज को धर्मांतरण से बचाने के लिए खुलकर कह रहा हो कि मतांतरण से कोई बेहतर नहीं बन जायेंगे। मतांतरण से कोई स्वर्ग नहीं मिल जायेगा। जिस मत में हैं, वहीं रहोगे तो नर्क में नहीं जाओगे, उस राज्य में किस तरह धर्मांतरण को सरकारी संरक्षण मिल रहा है, इसकी सच्चाई सामने आ गई है। गृहमंत्री की आत्मा जागी है।

कांग्रेस में रहते हुए सनातन धर्म संस्कृति से समृद्ध उनके रक्त में चेतना आई है तो उनका सम्मान के साथ स्वागत है। लेकिन उन्हें शाश्वत धर्म को बचाने के लिए मतांतरण के विरुद्ध केवल सामाजिक बैठक तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को अपने विभाग की समीक्षा बैठक में धर्मांतरण के षड्यंत्र के विरुद्ध सख्ती के निर्देश देना चाहिए और यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके निर्देश पर अमल हो। गृहमंत्री श्री साहू को धर्मांतरण के खिलाफ मंत्रिमंडल की बैठक में भी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से पूछना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में यह कुचक्र कैसे फल फूल रहा है। वे किसके इशारे पर छत्तीसगढ़ में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण को संरक्षण दे रहे हैं।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस की सरकार अपने नीति नियंताओं के इशारे पर राज्य में धर्मांतरण को संरक्षण दे रही है। धर्मांतरण कराने वालों को भूपेश बघेल सरकार का संरक्षण मिलता है और धर्मांतरण का विरोध करने वालों को भूपेश बघेल की पुलिस के उत्पीड़न का शिकार होना पड़ता है। धर्मांतरण की शिकायत दर्ज नहीं होती और भूपेश बघेल कहते हैं कि एक भी मामला हो तो बताओ। जब मामला दर्ज करने की मनाही हो तो मामला दर्ज कैसे हो सकता है?

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के राज में बड़ी संख्या में आदिवासियों का धर्मांतरण हो गया लेकिन यह सरकार हकीकत को अपने दमन से छुपा रही है। आदिवासी समाज धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठा रहा है और मुख्यमंत्री आदिवासी नेताओं पर धौंस दिखा रहे हैं। अब तो गृहमंत्री ने भी कलई खोल कर रख दी है। उनकी चिंता धर्मांतरण पर भाजपा के आरोपों की पुष्टि कर रही है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!